नई दिल्ली: संसद का शीतकालीन सत्र जब से शुरू हुआ है आए दिन नोटबंदी को लेकर हंगामा ही हो रहा है. आज भी संसद के दोनों सदनों में नोटबंदी को लेकर हंगामा हुआ. हंगामे के बाद लोकसभा और राज्यसभा को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.
आज कहा जा रहा था कि राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोलेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. लंच ब्रेक से पहले पीएम मोदी राज्यसभा पहुंचे थे, लेकिन लंच ब्रेक के बाद वह वापस सदन में नहीं आए. पीएम के सदन में मौजूद न होने पर विपक्ष ने जोरदार हंगामा कर दिया, जिसके बाद इसे कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.
लंच ब्रेक से पहले जब पीएम मोदी राज्यसभा में मौजूद थे, तब विपक्ष के नेताओं ने अपने बयान सदन के सामने रखे. पहले कांग्रेस की तरफ से नोटबंदी के मुद्दे पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बयान दिया. उन्होंने कहा कि नोटबंदी से देश की जनता को परेशानी हो रही है और लोग अपना ही पैसा नहीं निकाल पा रहे हैं.
मनमोहन बोले-
मनमोहन ने कहा, ‘इस फैसले से आतंकवाद, कालेधन और भ्रष्टाचार पर रोक तो लगेगी लेकिन साथ ही साथ जनता को भी खासी दिक्कत हो रही है. 50 दिनों का समय दिया गया है लेकिन इतने दिनों में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
नरेश अग्रवाल ने कहा-
वहीं मोदी की भावुकता पर एसपी सांसद नरेश अग्रवाल ने कटाक्ष करते हुए कहा कि भावुक मोदी देश की रक्षा कैसे करेंगे. उन्होंने कहा, ‘अगर हमारे देश के प्रधानमंत्री को जान का खतरा हो सकता है तो फिर हमारे देश की पाकिस्तान से रक्षा कौन करेगा.’
डेरेक ओ ब्रायन ने कहा-
तृणमूल कांग्रेस सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि नोटबंदी केवल एक छोटा सा कदम है चुनाव सुधार की तरफ क्या किया गया. उन्होंने कहा कि राजनैतिक पार्टियों को अज्ञात स्त्रोतों से बड़ी मात्रा में चंदा मिलता है.
सर्वे पर बोलीं मायावती
वहीं बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने राज्यसभा में फिर से की मोदी के सर्वे की बात दोहराई. मायावती ने इस सर्वे को प्रायोजित सर्वे बताया है. उन्होंने कहा, ‘नोटबंदी को लेकर सरकार की तरफ से नमो एप्प पर कराया गया सर्वे मैनेज्ड, फर्जी और प्रायोजित हैं. अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ईमानदार हैं और उनको लगता है कि नोट बंदी का फैसला सही है तो वह तुरंत लोकसभा भंग कर चुनाव कराएं, असलियत मालूम चल जाएगी.’
बता दें कि राज्यसभा को पहले भी 12 बजे तक के लिए हंगामे के कारण स्थगित कर दिया गया था. केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पहले मनमोहन सिंह के बोलने का विरोध किया था. जेटली ने नंबर से पहले बोलने पर मनमोहन का विरोध किया, जिसके बाद सदन में हंगामा होने लगा और उसे 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था.
वहीं एक ओर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज जो सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया था, उसमें विपक्ष के नेता शामिल नहीं हुए. विपक्ष का कहना है कि वह 28 नवंबर तक सरकार से बात नहीं करेगा. इसके अलावा आज विपक्ष ने संसद भवन में मुलाकात की, जिसमें यह फैसला लिया गया.