देश में करीब 277 इंजीनियरिंग कॉलेज फर्जी रूप से चल रहे हैं. राज्य मानव संसाधन मंत्री सत्यपाल सिंह ने लोकसभा में लिखित रूप से इस बात की जानकारी दी है. फर्जी कॉलेजों के मामले में दिल्ली 66 नकली कॉलेजों के साथ पहले स्थान पर है. वहीं तेलंगाना में 35 फर्जी कॉलेज चल रहे हैं.
नई दिल्ली. भारत में 277 इंजीनियरिंग कॉलेज अवैध रूप से चल रहे हैं जिनमें 66 नकली कॉलेजों के साथ देश की राजधानी दिल्ली पहले स्थान पर है. जबकि तेलंगाना 35 फेक कॉलेजों के साथ दूसरे नंबर पर है. वहीं 27 कॉलेजों के साथ वेस्ट बंगाल ने तीसरा स्थान बनाया है. बीते सोमवार को लोकसभा में मानव संसाधन राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह ने दस्तावेज पेश करते हुए इन आंकड़ों की जानकारी सार्वजनिक की है. ये सभी कॉलेज इंजीनियरिंग और दूसरे टेक्निकल कोर्स ऑफर करते हैं.
आंकड़ों के अनुसार, कर्नाटक में 23 फर्जी कॉलेज हैं, उत्तर प्रदेश में यह आंकड़ा 22 है तो हरियाणा में 18 कॉलेज फर्जी तरह से चल रहे हैं. हिमाचल प्रदेश में 18 फर्जी कॉलेज खुले हुए हैं तो बिहार में यह आंकड़ा 17 पहुंचा हुआ है. महाराष्ट्र में इन फर्जी कॉलेजों की संख्या 16 है जबकि देश के दक्षिण हिस्से तमिलनाडू में 11 फर्जी कॉलेज चल रहे हैं. गुजरात में यह आंकड़ा 8 है तो आंध्र प्रदेश में 7 फर्जी कॉलेज चल रहे हैं. चंडीगढ़ में 7, पंजाब में 5, राजस्थान में 3 और उत्तराखंड में भी 3 कॉलेज अवैध रूप से चल रहे हैं.
गौरतलब है कि सत्यपाल सिंह ने लिखित में यह जानकारी दी है. सत्यपाल सिंह ने लिखित में कहा कि इन सभी संस्थानों को ऑल इंडिया काउंसिल फोर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) से एप्रुवल लेना चाहिए अन्यथा इन सभी कॉलेजों को बंद कर देना चाहिए. बता दें कि पहले भी कई अवैध कॉलेजों की जानकारी सामने आ चुकी है. जिसके बाद उन सभी कॉलेजों पर रोक लगाई जा चुकी है.
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