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आखिर क्यों नोटबंदी पर आंसू बहाने वालों को शहीदों की याद नहीं आती?

बॉर्डर पर जंग जैसे हालात हैं. दूसरी तरफ देश के सभी विपक्षी दलों के नेता नोटबंदी के खिलाफ संसद से सड़क तक कोहराम मचाए हुए हैं.

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  • November 23, 2016 4:19 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली. बॉर्डर पर जंग जैसे हालात हैं. दूसरी तरफ देश के सभी विपक्षी दलों के नेता नोटबंदी के खिलाफ संसद से सड़क तक कोहराम मचाए हुए हैं. 
 
जम्मू-कश्मीर में लाइन ऑफ कंट्रोल और इंटरनेशनल बॉर्डर पर भारी गोलाबारी चल रही है. बीते मंगलवार को सीमा पर तीन जवान शहीद हुए हैं, जिनमें से एक के शव के साथ पाकिस्तान ने बर्बरता भी की. पाकिस्तान ने मंगलवार को घात लगाकर भारतीय सेना के तीन जवानों को शहीद कर दिया.
 
भारतीय सेना बॉर्डर पर पाकिस्तान की बर्बरता का मुंहतोड़ जवाब देने में जुटी है. लेकिन, नोटबंदी का विरोध करने में लगी किसी पार्टी को फुरसत नहीं है कि वो देश पर कुर्बान हुए तीन जवानों को भी याद कर ले.
 
क्या पाकिस्तान भारत को युद्ध के लिए उकसा रहा है? नोटबंदी के चलते जनता की तकलीफों पर आंसू बहाने वालों को शहीदों की याद क्यों नहीं आती? इन्हीं सवालों पर है आज की बड़ी बहस.
 
वीडियो में देखें पूरा शो-

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