नोटबंदी को गोपनीय रखना था, इसलिए 8 नवंबर से पहले नहीं बदले ATM: अरुण जेटली

केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले को गोपनीय रखना था इसलिए 8 नवंबर से पहले एटीएम नहीं बदले गए. जेटली ने यह बात दिल्ली में हो रही बीजेपी की संसदीय बैठक में कही.

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नोटबंदी को गोपनीय रखना था, इसलिए 8 नवंबर से पहले नहीं बदले ATM: अरुण जेटली

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  • November 22, 2016 6:22 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली. केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले को गोपनीय रखना था इसलिए 8 नवंबर से पहले एटीएम नहीं बदले गए. जेटली ने यह बात दिल्ली में हो रही बीजेपी की संसदीय बैठक में कही.
 
जेटली ने नोटबंदी के फैसले पर कहा कि इससे जनता को फायदा ही होगा. उन्होंने कहा कि यह गरीबों के हित को ध्यान में रखकर लिया गया फैसला है. जेटली ने कहा, ‘नोटबंदी से गरीबी मिटाने में मदद मिलेगी, यह फैसला देश के हित में ही है.’
 
जेटली ने नोटबंदी पर विपक्ष के विरोध को लेकर कहा कि वह इस फैसले पर बात करने को तैयार हैं और इस बात को वह पहले भी कई बार बोल चुके हैं. उन्होंने कहा कि यह बहुत बड़ा निर्णय है और इसे लेने के लिए सरकार को बहुत हिम्मत चाहिए थी.
 
‘ये ऐतिहासिक कदम है’
वित्त मंत्री ने बैठक में कहा कि पूरा देश इस फैसले का स्वागत कर रहा है और यह एक ऐतिहासिक कदम है. उन्होंने कहा कि देश के ईमानदार लोग इस फैसले को समर्थन दे रहे हैं. वित्त मंत्री ने कहा कि इस फैसले से एक फैसला यह भी होगा कि देश की डिजिटल इकॉनमी को बढ़ावा मिलेगा.  
 
‘मोदी ने सामान्य का अर्थ बदल दिया है’
जेटली ने कहा कि पिछले 70 सालों से जो सामान्य चीज थी उसे अब पीएम मोदी ने नये सामान्य में बदल दिया है. उन्होंने सामान्य का अर्थ बदला है.
 
नाम लिए बिना राहुल पर ली चुटकी
वित्त मंत्री ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का नाम बिना चुटकी लेते हुए कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि पीएम मोदी ने इस फैसले के बारे में वित्त मंत्री तक को नहीं बताया था, पहले कहा था कि इस फैसले के बारे में पार्टी के लोग पहले से जानते थे. 
 
बता दें कि सोमवार को राहुल गांधी ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन में जो आता है वह करते हैं उन्होंने इस फैसले के बारे में अपनी पार्टी के मंत्रियों से भी बात नहीं की होगी, यहां तक की वित्त मंत्री से भी नहीं. इससे पहले कांग्रेस ने कहा था कि पीएम मोदी ने इस फैसले के बारे में अपनी पार्टी के लोगों को पहले ही बता दिया था.
 
विपक्ष कर रहा है विरोध
कालेधन को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 500 और 1000 के नोट बैन करने के फैसले का विपक्ष लगातार विरोध कर रहा है. संसद के शीतकालीन सत्र में रोज ही राज्यसभा के साथ-साथ लोकसभा में भी आए दिन हंगामा हो रहा है. 

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