लखनऊ. उत्तर प्रदेश के सीएम अखिलेश यादव ने सोमवार को ‘लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे’ का उद्घाटन किया. अखिलेश ने उन्नाव के बांगरमऊ में आर एस चौराह के निकट खंबौली में एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया है. उद्घाटन के तुरंत बाद हाईवे पर भारतीय वायुसेना के आठ फाइटर जेट्स टच डाउन कर निकले. इनमें चार मिराज- 2000 और चार सुखोई लड़ाकू विमान थे.
11 लड़ाकू विमानों के बीच हुआ उद्घाटन
यहां एक-एक करके वायुसेना के 11 लड़ाकू विमान उतरे और जमीन को छूते हुए फिर आसमान की तरफ चले गए. यह पहला मौका होगा, जब लड़ाकू विमान उतरने के बाद एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया गया. इस अवसर पर सीएम अखिलेश और मुलायम सिंह यादव ने लोगों को संबोधित भी किया.
CM अखिलेश ने किया संबोधित
अखिलेश ने कहा कि यह मेरा संकल्प था कि हमारी सरकार ही इस प्रॉजेक्ट को पूरा करेगी. इससे अन्य लोगों को भी सीख लेनी की जरुरत है. एक्सप्रेस वे की वजह से विकास भी होगा. उत्तर प्रदेश की जनता को इससे फायदा होगा. अब कोई भी रास्ता तय करने में समय कम लगेगा.
अभी जनता के लिए नहीं खोला जाएगा एक्सप्रेस-वे
यह एक्सप्रेस-वे अभी जनता के लिए शूरू नहीं शुरू किया जाएगा. दरअसल एक्सप्रेस-वे का सेफ्टी ऑडिट को अभी तक पूरा नहीं हुआ है. इसलिए फिलहाल इसे जनता के लिए नहीं खोला जाएगा. यूपी के अधिकारियों ने बताया कि जनता के लिए एक्सप्रेस-वे को खोलने में एक महीने का समय अभी लग सकता है. अभी हाईवे पर फेंसिंग का काम भी अभी किया जाना बाकी है.
22 महीने में पूरा किया गया ये प्रोजेक्ट
ये एक्सप्रेस-वे आगरा से शुरू होकर जनपद फिरोजाबाद से मैनपुरी, इटावा, हरदोई, कानपुर नगर और उन्नाव होते हुए लखनऊ तक पहुंचेगा. इस एक्सप्रेस-वे परियोजना की सबसे खास बात ये है कि 10 जिलों के 232 गांवों में लगभग 3500 हेक्टेयर भूमि 30 हजार 456 किसानों से आपसी सहमति से बिना किसी विवाद के खरीदी गई थी. 302 किलोमीटर के इस एक्सप्रेसवे को रिकॉर्ड 22 महीने में पूरा किया गया है.
एक्सप्रेस वे की खासियतें
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे सीएम अखिलेश का ड्रीम प्रोजेक्ट है. यह देश का सबसे लंबा 6 लेन वाला एक्सप्रेस-वे है, भविष्य में इसे 6 से 8 लेन का किया जा सकता है. इस एक्सप्रेस-वे की लंबाई 302 किलोमीटर है. एक्सप्रेस-वे को पूरा होने में 22 महीनों का समय लगा. यमुना और गंगा नदी पर भी आठ लेन पुल है. यह एक्सप्रेस-वे अतिरिक्त ट्रैफिक मैनेजमेंट से लैस है, इससे कोहरे और धुंध में ट्रैफिक को सभांलने में काफी लाभ मिलेगा. इस एक्सप्रेस-वे की सबसे अहम बात यह है कि इस हाइवे पर इंडियन एयरफोर्स के फाइटर विमानों के उतरने के लिए 3.3 किमी की हवाई पट्टी बनाई गई है.