नई दिल्ली. रविवार को कानपुर में भीषण ट्रेन हादसा हुआ. इंदौर-पटना एक्सप्रेस में घायल यात्रियों को कानपुर देहात के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस घटना में अब तक 116 लोगों की मौत हो गई है जबकि 150 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है, लेकिन इन सब के बीच सवाल ये उठता है कि आखिर ये सब का जिम्मेदार कौन है?
ये हादसा कई तरह के सवाल खड़े करता है जैसे 100 से ज्यादा लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन? कानपुर ट्रेन एक्सीडेंट से ठीक पहले क्या हुआ ? हादसे से 10 मिनट पहले क्या हुआ था? डिब्बों के पटरियों से उतरने के ठीक 10 मिनट पहले क्या हुआ? 100 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन ?
बता दें कि इस ट्रेन हादसे में सबसे ज्यादा नुकसान एस 1 और एस 2 बोगी को हुआ है. क्षतिग्रस्त 14 बोगियों में 2 जनरल बोगिया हैं. स्लीपर की 6 बोगियां क्षतिग्रस्त हुई है. 5 एसी कोच भी क्षतिग्रस्त हुए है.
मदद के नाम पीडितों के साथ मजाक क्यों
इन सब के बीच सबसे हैरान करने वाली बात ये सामने आई है कि पीड़ितों को मदद के नाम पर 500 के पुराने नोट दिए जा रहे हैं. आपको बता दें कि 8 नवंबर को 500 और 1000 नोट को बैन किया गया था. अब यह सवाल उठता है कि मदद के नाम ऐसा भद्दा मजाक क्यों?