भारतीय मौसम विभाग ने 25, 26 और 27 जुलाई को उत्तराखंड में भारी बारिश की आशंका जताते हुए हाई अलर्ट जारी किया है. जिसके बाद राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने सूबे के सभी जिलाधिकारियों को सतर्क रहने संबंधी एडवाइजरी जारी की है. बताते चलें कि उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और पहाड़ी राज्यों में लगातार भूस्खलन की खबरें आ रही हैं.
देहरादूनः दिल्ली, बिहार समेत कुछ राज्य जहां बारिश की कमी से जूझ रहे हैं तो वहीं उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश ने तबाही मचाई हुई है. बारिश की वजह से उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और पहाड़ी राज्यों में लगातार भूस्खलन की खबरें आ रही हैं. भारतीय मौसम विभाग ने एक बार फिर उत्तराखंड में भारी बारिश होने की आशंका जताते हुए अलर्ट जारी किया है. अलर्ट के मद्देनजर राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को सतर्क रहने से संबंधित एडवाइजरी जारी की है.
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने जिलाधिकारियों को सावधानी बरतने, नागरिकों को सुरक्षा मुहैया कराने और जिलों में ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए हैं. किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन को पूरी तरह से मुस्तैद रहने को कहा गया है. राज्य के सभी पुलिस स्टेशनों को भी आपदा राहत उपकरण और वायरलेस के साथ हाई अलर्ट पर रखा गया है.
बताते चलें कि उत्तराखंड में बारिश और भूस्खलन से अभी तक कई लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य की सभी नदियां उफान पर हैं. सभी नदियों के खतरे के निशान से ऊपर बहने पर उससे सटे रिहायशी इलाकों में दहशत का माहौल है. बारिश की आशंका को देखते हुए राज्य शासन ने फिलहाल सैलानियों से उत्तराखंड नहीं आने की अपील की है. सरकार का कहना है कि बारिश के हालातों से निपटने के लिए सभी जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट पर हैं.
गौरतलब है कि बीते 16 जुलाई को यमुनोत्री धाम में लगातार हो रही बारिश की वजह से तीन दुकानें और एक छोटा पुल बह गया था. थराली में भी बादल फटने की वजह से एक पुल बहने की खबर आई. यहां सेना और स्थानीय लोगों ने पुल टूटने के महज 10 घंटे बाद वैकल्पिक पुल का निर्माण कर दिया. सरकार की ओर से लोगों को घरों से न निकलने की हिदायत दी गई है. मौसम विभाग ने अगले एक हफ्ते छत्तीसगढ़, गोवा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र समेत तटीय कर्नाटक, केरल और पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश होने की संभावना जताई है.