नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आजादपुर मंडी में रैली के दौरान मोदी सरकार पर हमला बोला. ममता ने कहा कि सरकार में दिमाग की कंगाली है. साधु संन्यासी भी सरकार के साथ नहीं.
ममता बनर्जी ने नोट बंदी के फैसले पीएम मोदी पर निशाने पर लेते हुए कहा कि मोदी विदेश जाकर देश की धरती को भूल गए हैं. जनता पर अविश्वास ठीक नहीं. पहले विदेश से सारा काला धन लेकर आओ. आज जैसे हालात तो आपातकाल में भी नहीं थे.
तृणमूल कांग्रेस और आदमी पार्टी आज आजादपुर मंडी में नोट बंदी के खिलाफ रैली कर रहे हैं. यहां ममता ने सरकार को नोट बंदी का फैसला वापस लेने के लिए तीन दिन का अल्टीमेटम दे दिया. उन्होंने कहा कि सरकार सरकार तीन दिन में फैसला वापस ले नहीं तो आंदोलन तेज करेंगे. संयुक्त संसदीय समिति से कुछ नहीं होने वाला. हम डरते नहीं, हम लड़ते हैं.
ममता के मार्च में केजरीवाल नहीं थे शामिल
बता दें कि सरकार ने आठ नवंबर की आधी रात से 500 और 1000 रुपये के नोटों पर प्रतिबंध लगा दिया है. इस फैसले के चलते लोगों को पुराने नोट बदलवाने में कुछ मुश्किलों को सामना करना पड़ रहा है. सभी विपक्षी दल अब सरकार के इस फैसले का खिलाफ उतर आए हैं. शीतकालीन सत्र के लगातार दो दिन भी सदन में नोट बंदी का मसला ही गूंजता रहा.
बुधवार को ममता बनर्जी ने राष्ट्रपति भवन तक मार्च भी निकाला था और इस फैसले के खिलाफ राष्ट्रपति को ज्ञापन भी सौंपा था. आम आदमी पार्टी ने इस मार्च का समर्थन तो किया था लेकिन मार्च में शामिल नहीं हुए थे. केजरीवाल ने कहा था कि वह मार्च में शामिल ऐसे नेताओं के साथ नहीं दिखना चाहते जिनपर भ्रष्टाचार का आरोप है.