नई दिल्ली. जापान तकनीकी के क्षेत्र में हमसे कितना आगे है ये इसी बात से पता चलता है कि वहां 30 फीट का गड्ढा दो दिन में ठीक कर दिया जाता है तो वहीं भारत में 10 मीटर के गड्ढे को भरने में तीन हफ्तों से भी ज्यादा का समय लगता है.
जापान दुनिया में अपनी आधुनिक तकनीकों के लिए जाना जाता है, जापान के इंजीनियर्स आए दिन ऐसा काम करते हैं जिससे सारी दुनिया चौंक जाती है. ऐसा ही फिर कुछ हुआ है जापान में, वहां इंजीनियर्स ने किया है वो करिश्मा जिसे दिल्ली में करने में तीन हफ्तों से भी ज्यादा समय लग जाता है.
जी हां, जापान के इंजीनियर्स ने फूकुओका शहर में तीस मीटर के गड्ढे को महज दो दिन में ठीक करके सबको हैरान कर दिया. एक इंग्लिश मीडिया पोर्टल
INDEPENDENT के मुताबिक जापान के फूकुओका शहर में बीते मंगलवार को तीस मीटर चौड़ा और 15 मीटर गहरा गड्ढा हुआ था, जिसे ठीक करने के लिए इंजीनियर्स ने दिन रात एक कर दिया था और जिसे महज दो दिन में ही पहले के जैसा कर दिया गया.
जापान के इस करिश्मे से पता चलता है कि भारत अभी भी तकनीकी के मामले में जापान से कोसों दूर है. जहां जापान में तीस मीटर के गड्ढे को ठीक करने में इंजीनियर्स को महज दो दिन लगे तो वहीं दिल्ली में प्रगति मैदान के पास भैरों मार्ग में हुए दस मीटर के गड्ढे को ठीक करने में हफ्तों का समय लग गया था.
रिंग रोड और मथुरा रोड को आपस में जोड़ने वाले भैरों मार्ग में इस साल के मार्च महीने में हुए इस गड्ढे की वजह से लोगों को तीन हफ्तों से भी ज्यादा समय तक यातायात समस्या का सामना करना पड़ा था.
इस मामले में दिल्ली जल बोर्ड के अध्यक्ष कपिल मिश्रा ने कहा था कि भैरों सिंह मार्ग में हुआ गड्ढा सीवर लाइन की वजह से नहीं हुआ, बल्कि गड्ढा होने की वजह से ही सीवर लाइन क्रेक हो गई.