दिल्ली एंटी करप्शन ब्यूरो के चीफ़ मुकेश मीणा के ऑफिस में जासूसी किए जाने का मामला सामने आया है. सूत्रों के मुताबिक दो दिन पहले मीणा के दफ़्तर में एक जासूसी उपकरण मिला. बताया जा रहा है कि ये जासूसी उपकरण पेन की शक्ल में था. इसके बाद से एंटी करप्शन ब्यूरो में हड़कंप मचा हुआ है. इस बात की जांच की जा रही है कि यह उपकरण दफ्तर में कैसे पहुंचा और इसे वहां रखे जाने का क्या मकसद था.
नई दिल्ली. दिल्ली एंटी करप्शन ब्यूरो के चीफ़ मुकेश मीणा के ऑफिस में जासूसी किए जाने का मामला सामने आया है. सूत्रों के मुताबिक दो दिन पहले मीणा के दफ़्तर में एक जासूसी उपकरण मिला. बताया जा रहा है कि ये जासूसी उपकरण पेन की शक्ल में था. इसके बाद से एंटी करप्शन ब्यूरो में हड़कंप मचा हुआ है. इस बात की जांच की जा रही है कि यह उपकरण दफ्तर में कैसे पहुंचा और इसे वहां रखे जाने का क्या मकसद था.
एंटी करप्शन ब्यूरो में मीणा की नियुक्ति को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच पहले से विवाद चल रहा है. दिल्ली सरकार ने नए एसीबी प्रमुख मुकेश मीणा को दिल्ली पुलिस वापस लौटने के लिए कहा था. दिल्ली सरकार ने कहा था कि ज्वॉइंट कमिश्नर की पोस्ट एसीबी में है ही नहीं. मीणा ने साफ किया था कि उनकी नियुक्ति उपराज्यपाल ने की है, इसलिए यदि एलजी कहेंगे तो ही मैं वापस जाऊंगा.