6 से 13 साल की जिन तीन लड़कियों की मौत को रेतीले तूफान में फंसने का बताकर 25-25 लाख का मुआवजा देने वाले पुलिस अधिकारी अब मुश्किल में फंसते नजर आ रहे हैं. बच्चियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में तीनों के साथ बलात्कार की पुष्टि हुई है जिसके बाद मामले को देखने वाले पुलिसकर्मी जांच के घेरे में आ गए हैं. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि बच्चियों की मौत रेतीले तूफान या भूख के कारण नहीं बल्कि बलात्कार के कारण हुई है.
इस्लामाबादः पाकिस्तान के बहावलनगर में रेतीले तूफान में फंसकर मरने वाली तीन नाबालिग बच्चियों की मौत के बाद उनके परिवार वालों को 25- 25 लाख का मुआवजा दिए जाने के मामले में नया मोड़ आया है. बच्चियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में तीनों के साथ बलात्कार की पुष्टि हुई है जिसके बाद इस मामने पुलिस को ही कानून के कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है.
मामला पाकिस्तान के बहावलनगर में 14 जून का है जहां पुलिस ने 6 से 13 साल की तीन बच्चियों की मौत का कारण रेतीले तूफान में फंसने को बताकर उनके घरवालों को 25-25 लाख का मुआवजा दिया था. लेकिन जब डॉक्टरों ने तीनों लड़कियों का पोस्टमार्टम किया तो उसमें उनके साथ रेप की पुष्टि हुई थी. जिसके बाद पाकिस्तान सीनेट की आतंरिक मामलों की समिति ने पुलिस को तलब किया और पूछा कि बच्चियों के परिवार को देने के लिए आपके पास पैसा कहां से आया और किसने दिया.
इसके साथ ही इस बच्चियों का पोस्टमार्टम कर रेप की पुष्टि करने वाले वाली डॉक्टर को भी समिति ने सुरक्षा देने के लिए कहा गया है. पाकिस्तान सीनेट की आतंरिक मामलों की समिति ने 14 जून को एक रेतीले तूफान के दौरान बहावलनगर के रेगिस्तान में भटकने वाली तीन लड़कियों का मुद्दा उठाया था जिसमें वो तीनों अगले दिन मृत पाई गई थीं. और इस हादसे के बाद उनके परिवार वालों को 2.5 लाख रुपये का भुगतान किया गया था.
इस मामले में बहावलनगर की मुख्य अस्पताल में चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजरा हकीम ने उन तीनों का पोस्टमार्टम किया था. जिसके बाद उन्होंने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि उन बच्चियों की मौत रेतीले तूफान या भुखमरी की वजह से नहीं हुई है बल्कि इनका यौन उत्पीड़न किया गया था जिसके चलते इनकी मौत हुई है.
डॉ. अजरा हकीम ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि, ‘तीनों लड़कियों (6 से 13 साल के बीच की आयु) को यहां के अस्पताल ले जाया गया था. उनके पोस्ट-मॉर्टम के दौरान मैंने देखा कि शरीर पर कई जगह फफोले थे, कई जगहों पर उनकी स्किन कटी हुई थी और उनके साथ यौन शोषण किया गया था. मैंने कुछ नमूने एकत्र किए हैं और उन्हें फोरेंसिक परीक्षण के लिए भेजा है’
समिति ने पंजाब पुलिस की टीम को बहावलनगर से सोमवार को प्रारंभिक रिपोर्ट के विवरण के साथ वापस लौटने का निर्देश दिया गया था, जिसे सीनेटर राणा मकबूल की अध्यक्षता में उप-समिति के समक्ष रखा जाएगा.
इस पूरे मामले पर रहमान मलिक ने कहा, ‘यह शर्मनाक था कि पुलिस ने इस मामले को दबाने की कोशिश की थी और इसके अलावा उन्होंने जांच के आदेश दिए हैं कि पुलिस को मुआवजे का पैसा किसने दिया. इसके साथ ही रहमान मलिक ने बच्चियों का पोस्टमार्टम करने वाली डॉ. अजरा हकीम और उनके परिवार को सुरक्षा प्रदान किए जाने के लिए भी निर्देश जारी किए हैं.
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