नई दिल्ली. कालेधन को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 500 और 1000 के नोट बंद करने के फैसले के बाद से लोगों को 100 रुपये के नोटों से ही काम चलाना पड़ रहा है, लेकिन 100 रुपये के नोट भी लोगों के पास कम ही हैं. यही वजह है कि एटीएम के सामने इन दिनों लोगों की खासी भीड़ देखी जा रही है.
500 और 1000 के नोट बंद होने के बाद लोग एटीएम से 100 के और अभी-अभी जारी किए गए 2000 के नोटों को निकालने के लिए लंबी लाइन में खड़े होने के लिए मजबूर हैं. घंटों तक लंबी लाइन में खड़े होने के बाद भी बहुत से लोगों को निराशा ही हाथ लग रही है. बहुत से लोग एटीएम से पैसे निकालने में सफल नहीं हो पा रहे हैं.
एटीएम को कई बार भरने के बाद भी मात्र एक घंटे में ही वह खाली हो जा रहा है. एटीएम में 2000 के नोट के साइज का ट्रे नहीं होने के कारण अभी कुछ दिनों तक ज्यादातर एटीएम से केवल 100 का नोट ही निकाला जा सकेगा.
एक एटीएम में नोटों के चार कैसेट्स होते हैं. इनमें एक बार में नोटों के 22 पैकेट ही रखे जा सकते हैं, हर पैकेट में मात्र 100 नोट ही होते हैं. पहले 1000 और 500 के नोट एटीएम में डाले जाते थे, लेकिन अभी कुछ दिनों तक केवल 100 का नोट ही डलेगा.
100 के नोट को लेकर अगर हिसाब लगाया जाए तो एक बार में केवल 8.8 लाख रुपये ही एटीएम में रखे जा सकते हैं. वहीं जब 1000 के नोट रखने की परमिशन थी तब एक बार में 88 लाख रुपये एक एटीएम में डाले जा सकते थे, लेकिन अब केवल 8.8 लाख रुपये ही एटीएम में आ सकते हैं.
एक व्यक्ति को एक बार में एटीएम से फिलहाल केवल 2000 रुपये निकालने की ही सुविधा प्राप्त है. उस हिसाब से देखा जाए तो केवल 440 लोग ही एक एटीएम से ट्रांजिक्शन कर सकते हैं. अब आप ही सोचिए कि 1 अरब से ज्यादा जनसंख्या वाले देश में अगर एक एटीएम से केवल 440 लोग ही पैसे निकाल सकते हैं तो यह संख्या बेहद ही कम है. यही वजह है कि लोगों के पास पैसों की कमी लगातार बनी हुई है.
देश भर में लगभग 2.2 लाख एटीएम हैं और इनमें से ज्यादातर एटीएम में अभी केवल 100 रुपये के नोट ही रखे जा रहे हैं, ऐसे में हर एटीएम में 100 रुपये का नोट पहुंचाना बहुत ही मुश्किल काम है.