लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार को 500 और 1000 के पुराने नोट बाजार से वापस लिए जाने के मुद्दे को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अध्यक्ष अमित शाह के बयान की निंदा की है. मायावती ने शाह के बयान को अपरिपक्व करार दिया है.
इसके साथ ही मायवाती ने कहा है कि अचानक नोट बंद करना तानाशाही रवैया है. उन्होंने शाह के बयान पर कहा कि वो मोदी सरकार के गैरजिम्मेदाराना फैसले पर पर्दा डाल रहे हैं. साथ ही मायावती ने इस फैसले को अहंकार में लिया गया और गरीब जनता के खिलाफ बताया है.
बता दें कि मायावती ने आठ नवंबर की शाम आए इस फैसले पर मोदी सरकार की जमकर आलोचना की थी. उन्होंने कहा कि केंद्र देश पर आर्थिक आपातकाल थोप रहा है. जिस पर शाह ने कहा था कि ऐसा लगता है कि यह कदम बीएसपी के लिए आर्थिक आपातकाल साबित हो रहा.
अमित शाह ने शुक्रवार को प्रेस कान्फेंस कर मायावती, सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव, कांग्रेस उपाध्य राहुल गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री मायावती पर निशाना साधा. शाह ने पूछा कि इस फैसले से काला धन रखने वालों, हवाला कारोबारियों और जाली नोटों का रैकट चलाने वालों की दिक्कतों हो सकती है लेकिन राजनीतिक दलों का विरोध आश्चर्यजनक है. इस फैसले से की आलोचना कर ये नेता एक्सपोज हो गए हैं