सरकार द्वारा काले धन पर उठाये गए बड़े कदम के बाद वह लोग जिनके पास काला धन है किसी न किसी तरह से उसे ठिकाने लगाने में लगे हैं. इसके लिए जिस तरीके का सबसे ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है वह है सोने की खरीददारी.
नई दिल्ली. सरकार द्वारा काले धन पर उठाये गए बड़े कदम के बाद वह लोग जिनके पास काला धन है किसी न किसी तरह से उसे ठिकाने लगाने में लगे हैं. इसके लिए जिस तरीके का सबसे ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है वह है सोने की खरीददारी.
इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि फिलहाल नम्बर एक के पैसे से खरीदे जाने वाले सोने का अलग भाव चल रहा है और नम्बर दो से खरीदे जाने वाले सोने का भाव अलग चल रहा है. बाजार की बात करें तो 30800 के भाव से चल रहा सोना पुराने नोटों में 40000 तक की कीमत में मिल रहा है.
ऐसा इसलिए है क्योंकि 1000, 500 के पुराने नोटों से सोना खरीदने पर वह एक नम्बर का पैसा बन जाएगा. इस बात की पुष्टि कई सुनहरों से भी हुई है कि सोना बेचे जाने से पहले ही इस बात की पुष्टि कर ली जाती है कि पैसा एक नम्बर का है या दो नम्बर का? इसके बाद ही दाम तय किया जाता है.
यह कहना है वित्त मंत्री का
अगर काला धन रखने वालों को यह प्रधानमंत्री मोदी की नए नोट लाने की घोषणा की काट लग रही है तो जान ले इस पर वित्तमंत्री अरुण जेटली का क्या कहना है. हाल ही में हमारे न्यूज़ चैनल न्यूज़ एक्स को दिए साक्षात्कार में अरुण जेटली ने स्पष्ट किया है कि वह लोग जो इस तरह से काले धन को सफेद करने में जुटे हैं यह जान लें कि सरकार की नज़र सब पर है.
बेशक ऐसे लोगों को शार्ट टर्म में इस से लाभ हो जाए लेकिन एक समय के बाद वह सरकार से बच नहीं पाएंगे.