गेंद से छेड़खानी मामले में श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के कप्तान दिनेश चांडीमल, कोच चंडिका हाथुरुसिंघे और मैनेजर असांका गुरुसिंघा पर प्रतिंबध लगाया गया है. तीनों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के मुख्य कार्यकारी डेविड रिचर्डसन ने 19 जून को आईसीसी आचार संहिता की धारा 2.3.1 के उल्लंघन का दोषी पाया जो खेल भावना के विपरीत आचरण से संबंधित है.
नई दिल्ली: बॉल टेंपरिंग की वजह ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम में भूचाल आ गया था, जिस कारण स्टीव स्मिथ, डेविड वॉर्नर और कैमरन बैनक्रॉफ्ट पर प्रतिबंध लगाया गया था. इसके बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने इस पर सख्त रवैया अख्तयार करते हुए बॉल टेंपरिंग में दोषी पाए जाने के नियमों को कड़ा कर दिया है. अब गेंद से छेड़खानी मामले में श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के कप्तान दिनेश चांडीमल, कोच चंडिका हाथुरुसिंघे और मैनेजर असांका गुरुसिंघा पर प्रतिंबध लगाया गया है.
तीनों पर इस वर्ष की शुरुआत में वेस्टइंडीज दौरे पर गेंद से छेड़खानी मामले में साउथ अफ्रीका दौरे के पहले चार वनडे और दो टेस्ट का प्रतिबंध लगा दिया गया है. तीनों को खेल की मूल भावना के विपरीत कार्य (कोड ऑफ कंडक्ट) का दोषी पाया जाने के बाद ये बैन लगाया गया है. इसके साथ ही स्वतंत्र न्यायिक आयुक्त माइकल बेलोफ ने तीनों पर आठ निलंबन अंक लगाए हैं.
जिसका मतलब है कि वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले चार वनडे और दोनों टेस्ट मुकाबलों से बाहर रहेंगे. तीनों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के मुख्य कार्यकारी डेविड रिचर्डसन ने 19 जून को आईसीसी आचार संहिता की धारा 2.3.1 के उल्लंघन का दोषी पाया जो खेल भावना के विपरीत आचरण से संबंधित है.
आईसीसी ने अपने एक बयान में कहा है कि आठ निलंबन अंक के मायने दो टेस्ट, 4 वनडे या आठ वनडे और टी-20 से निलंबन है. न्यायिक आयुक्त द्वारा दी गई व्यवस्था के तहत दोनों सहयोगी स्टाफ भी निलंबित रहेंगे. साथ ही इन तीनों पर छह डिमेरिट अंक भी लगाए गए हैं.
बता दें कि बॉल टेम्परिंग के मामले पर अब खिलाड़ियों पर 6 टेस्ट मैचों का या 12 वनडे मैचों का प्रतिबंध लग सकता है. आईसीसी ने इसे अब लेवल 3 का अपराध बना दिया है. इससे पहले गेंद से छेड़छाड़ लेवल दो का दोष माना जाता था, जिसमें खिलाड़ियों को कम से कम एक टेस्ट या दो वनडे मैचों की सजा मिलती थी.