नई दिल्ली. इस साल फरवरी में जब दिल्ली के लोगों ने आम आदमी पार्टी को ऐतिहासिक जनादेश दिया था, तो उम्मीद जगी थी कि अब दिल्ली की दशा बदल जाएगी, लेकिन अब दिल्ली की दुर्दशा हो रही है. पिछले तीन महीनों से दिल्ली में काम के नाम पर बस बवाल ही हो रहा है. दिल्ली […]
नई दिल्ली. इस साल फरवरी में जब दिल्ली के लोगों ने आम आदमी पार्टी को ऐतिहासिक जनादेश दिया था, तो उम्मीद जगी थी कि अब दिल्ली की दशा बदल जाएगी, लेकिन अब दिल्ली की दुर्दशा हो रही है. पिछले तीन महीनों से दिल्ली में काम के नाम पर बस बवाल ही हो रहा है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कह रहे हैं कि केंद्र सरकार उन्हें काम नहीं करने दे रही.
बीजेपी कह रही है कि केजरीवाल काम करना ही नहीं चाहते, इसलिए बवाल काटने का बहाना ढूंढते फिर रहे हैं. इसी खींचातानी में दिल्ली में सफाई कर्मचारियों का वेतन रुका और दिल्ली कूड़े के ढेर तले दब गई. जनता की नजर में सच कौन बोल रहा है, ये जानने के लिए इंडिया न्यूज़ ने दिल्ली के लोगों का मूड जानने की कोशिश की.
आज देखिए टुनाईट विद दीपक चौरसिया में दिल्ली का मूडः