नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 500,1000 के नोट बंद किये जाने का फैसला आने के बाद से अन्य नोटों की मांग बहुत बढ़ गयी है. इसी तरह लोग भी किसी ना किसी तरह अपने 500 और हज़ार के नोटों को चलाना चाहते हैं. इसे भांपते हुए ई कॉमर्स साइट ने कैश ऑन डिलीवरी की सर्विस पर कुछ समय के लिए रोक लगा दी है.
इस से ऑनलाइन शॉपिंग बिजनेस बहुत प्रभावित होने वाला है. स्नैपडील, फ्लिपकार्ट जैसी कम्पनियों ने ये फैसला कैश की दिक्कत से बचने के लिए लिया है. जानकारों का कहना है कि इसका असर उपभोक्ता और इन कम्पनियों दोनों पर पड़ेगा. इन कम्पनियों की ओर से इस सर्विस को तब तक बंद रखे जाने की बात कही गयी है जब तक वह आगे कोई इस बारे में सूचना नहीं देते.
इसके अलावा इन कम्पनियों की ओर से स्पष्ट कहा गया है कि जिन ग्राहकों ने कुछ भी कैश ओन डिलीवरी मोड से ऑर्डर किया है तो उसे आगे किसी तारिख पर मंगवा लें या ऑर्डर कैंसल कर दें. इसके अलावा यह कम्पनियां कार्ड से पेमेंट करने पर 10 % की अतिरिक्त छूट भी दे रही है.