टिटवाला. कालेधन को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 500 और 1000 रुपये के नोट बंद कराने के बड़े फैसले के बाद बहुत से लोगों की नींद उड़ी हुई हैं. जिन्होंने अपने घरों में पैसे जोड़ कर रखे हुए थे, उनके सामने अब सबसे बड़ी समस्या यह है कि वह अपने पैसों का क्या करें.
कुछ लोगों को अपने पैसे ठिकाने लगाने के लिए कुड़ेदान ही सबसे सही जगह लगी, शायद इसीलिए कुछ लोगों ने अपने पैसों को बैग में भरकर कुड़ेदान में डाल दिया. जी हां, दो दिन पहले जिन 500 और 1000 के नोटों के बल पर कुछ लोग काफी इतराया करते थे, उनके लिए अब यही नोट फांसी का फंदा बन गया है.
महाराष्ट्र के टिटवाला में डीएनएस बैंक के पास रखे कुड़ेदान में 500 और 1000 के नोट से भरा हुआ एक बैग मिला है, जिसके बाद से तो यही कहा जा सकता है कि जिनके पास आय से अधिक पैसा था अब वही पैसा उनके गले की हड्डी बन गया है.
यूपी में मिले जले नोट
जहां मुंबई में लोग नोटों को बैग में भरकर कचड़े के डिब्बे में फेंक रहे हैं तो वहीं उत्तर प्रदेश में कुछ लोगों ने पैसे जला दिए.
बता दें कि केंद्र सरकार ने ना सिर्फ 500 और 1000 के पुराने नोट बंद किए हैं बल्कि नोट जमा करवाने पर भी एक ऐसा नियम लागू किया है, जिसके बाद कुछ लोगों के लिए पैसों को ठिकाने लगाने के लिए बैंक के रास्ते भी बंद हो गए हैं.
जी हां, 10 नवंबर से 10 दिसंबर तक का 50 दिनों का समय दिया गया है 500 और 1000 के नोट बैंक में जमा कराने के लिए, लेकिन साथ में यह भी शर्त रख दी गई है कि अगर कोई 50 दिनों में 2.5 लाख से ज्यादा पैसे जमा करवाता है तो उसके बैंक अकाउंट की, जितना वह इनकम टैक्स देता है और जितनी उसकी आय है उसका मिलान किया जाएगा.
राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने कहा है कि अगर कोई व्यक्ति 10 नवंबर से 30 दिसंबर के बीच 2.5 लाख से ज्यादा के नोट बैंक में जमा करवाता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि इनकम टैक्स विभाग 2.5 लाख से ज्यादा पैसे जमा करवाने वाले हर खाते की रिपोर्ट रखेगा और इनकम टैक्स विभाग इसको पैसे जमा करने वाले के इनकम टैक्स रिटर्न्स से मिलाएगा, सही हिसाब ना मिलने पर जमाकर्ता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.