भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता और सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्विनी उपाध्याय ने देश के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी को भारत का संविधान भेंट किया है. उन्होंने ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट फ्लिपकार्ट के जरिए हामिद अंसारी को भारतीय संविधान भेजा है. उपाध्याय ने कहा कि अंसारी मोहम्मद जिन्ना, शरिया कोर्ट का समर्थन कर रहे हैं. ऐसे में उन्हें संविधान में निहित मौलिक अधिकार विशेष रूप से अनुच्छेद 14, 15 और 21 और मौलिक कर्तव्यों को जरूर पढ़ना चाहिए.
नई दिल्लीः बीजेपी नेता और सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्विनी उपाध्याय ने भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी को संविधान भेंट किया है. उपाध्याय ने ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट फ्लिपकार्ट के जरिए पूर्व उपराष्ट्रपति को भारत के संविधान की किताब भेजी है. रविवार को यह किताब हामिद अंसारी को मिल जाएगी.
अश्विनी उपाध्याय ने पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी से संविधान में निहित मौलिक अधिकार विशेष रूप से अनुच्छेद 14, 15 और 21 और मौलिक कर्तव्यों को पढ़ने का निवेदन किया है. उपाध्याय ने कहा कि हामिद अंसारी पढ़े-लिखे व्यक्ति हैं लेकिन वह मोहम्मद अली जिन्ना और शरिया कोर्ट का समर्थन कर रहे हैं. इससे स्पष्ट है कि वह संविधान भूल गए हैं.
उपाध्याय ने आगे कहा कि शरिया कानून के अनुसार, तीन तलाक, बहु विवाह, हलाला मुताह मिस्यार जायज है. जबकि यह कुप्रथाएं संविधान के आर्टिकल 14, 15 और 21 के खिलाफ हैं. इसके बावजूद हामिद अंसारी शरिया कोर्ट का समर्थन करते हैं और चाहते हैं कि कोर्ट बने, इसीलिए उन्हें संविधान फिर से पढ़ना चाहिए.
बीजेपी नेता ने आगे कहा कि संविधान के आर्टिकल 51-A के अनुसार देश के प्रत्येक नागरिक का मौलिक कर्तव्य है कि वह राष्ट्रगीत, राष्ट्रगान और राष्ट्रीय झंडे का सम्मान करे. सभी नागरिक देश की एकता और अखंडता के लिये कार्य करें लेकिन हामिद अंसारी भारत का बंटवारा कराने वाले और लाखों हिंदुओं की हत्या के जिम्मेदार मोहम्मद अली जिन्ना का समर्थन कर रहे हैं. इससे साफ होता है कि वह संविधान में लिखित मौलिक कर्तव्य भी भूल गए हैं. बता दें कि उपाध्याय ने ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट फ्लिपकार्ट के जरिए संविधान को पूर्व उपराष्ट्रपति के पास भेजा है, जो उन्हें आज मिल जाएगा.