बागपत जेल में सुनील राठी के हाथों मुन्ना बजरंगी की हत्या की खबर में नई बात ये सामने आई है कि मर्डर से पहले मुन्ना, राठी और एक तीसरा आदमी तीन स्टूल पर बैठकर बात कर रहे थे जिस बातचीत में माहौल बिगड़ा और मर्डर हुआ. मुन्ना की हत्या में इस्तेमाल पिस्तौल के जेल के अंदर पहुंचने के साथ-साथ जेल प्रशासन पर ये सवाल भी उठ गया है कि मुन्ना की डेड बॉडी की फोटो कैसे क्लिक हुई और वो बाहर कैसे पहुंची क्योंकि जेल के अंदर मोबाइल फोन भी बैन है.
नई दिल्ली. पूर्वांचल के डॉन मुख्तार अंसारी के शूटर मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में पश्चिम उत्तर प्रदेश के डॉन सुशील मूंछ के शूटर सुनील राठी के हाथों हत्या में हर रोज नए खुलासे और उन खुलासों ने नए सवाल पैदा हो रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या से पहले मुन्ना बजरंगी, सुनील राठी और एक तीसरा आदमी स्टूल पर बैठकर बात कर रहे थे जिस बातचीत के दौरान गरमा-गरमी हुई और फिर सुनील राठी ने मुन्ना को मार दिया. सुनील राठी ने यही कहा है कि मुन्ना बजरंगी ने उसे मोटा कहा था इसलिए उसने मुन्ना की ही पिस्टल छीनकर उसे मार दिया जो बात पचती नहीं है.
मुन्ना बजरंगी मर्डर केस में राजनीतिक और प्रशासनिक साजिश की तो तमाम थ्योरी सामने आ चुकी हैं लेकिन दो चीजें स्पष्ट रूप से जेल प्रशासन की नाकामी या मिलीभगत से ही हो सकती है. जेल के अंदर पिस्टल का जाना और मोबाइल फोन ऐसा जिसमें कैमरा हो वो जेल के अंदर हो. पिस्टल सुनील राठी के मुताबिक मुन्ना के पास था जिससे उसने सुनील राठी पर गोली चलाई और वो बच गया और फिर मुन्ना से छीनकर पिस्टल की गोलियां मुन्ना में ही उतार दीं. लेकिन मुन्ना बजरंगी तो झांसी जेल से पुलिस की सुरक्षा में बागपत जेल पहुंचा था रात में. सुबह-सुबह उसके पास पिस्टल कहां से आ गई. जाहिर तौर पर पिस्टल के जेल में पहुंचने की कड़ी मुन्ना या राठी से ही जुड़ी है लेकिन जिससे भी जुड़े, फेल जेल प्रशासन हुआ है.
मुन्ना बजरंगी के मर्डर के बाद बागपत जेल के अंदर गिरी मुन्ना बजरंगी की लाश की दो फोटो तमाम मीडिया हाउस और सोशल मीडिया पर पहुंच गईं. ये दो फोटो किसने लिया. क्या ये वो तीसरा आदमी था जो मुन्ना और सुनील के साथ स्टूल पर बैठकर मर्डर से पहले बात कर रहा था. अगर वो तीसरा आदमी ही वो शख्स है जिसने फोटो लिए तो उसके पास मोबाइल फोन कहां से आया जिससे उसने फोटो खींचकर फोटो बाहर भेजा. जेल में पिस्टल तो दूर मोबाइल फोन भी नहीं जा सकता. ये सारी चीजें बैन हैं. जेल प्रशासन की ये क्रिमिनल लापरवाही है कि जेल के अंदर ना सिर्फ पिस्टल गया बल्कि मोबाइल फोन भी गया जिससे पहले तो मुन्ना का मर्डर हुआ और फिर फोटो लेकर बाहर भेजा गया.
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