नई दिल्ली. जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के लापता छात्र नजीब जंग का मामला लगातार गर्माता जा रहा है. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में कहा है कि नजीब को ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर की बीमारी थी, इसके अलावा वह डिप्रेशन का भी शिकार था.
पुलिस ने यह बात नजीब के डॉक्टर्स से पूछताछ के बाद कही है. दिल्ली पुलिस लापता नजीब की तलाश में जुटी हुई है, इसी सिलसिले में नजीब के डॉक्टरों के भी बयान लिए गए थे, जिसमें यह बात सामने आई कि नजीब डिप्रेशन में था, इसके अलावा जेएनयू में नजीब के कमरे की तलाशी ली गई थी, जिसमें दवा और पर्चे बरामद किए गए हैं.
पुलिस के ऐसा कहने के बाद नजीब की मां ने पुलिस के दांवों को खारिज करते हुए कहा है कि उनके बेटे को ऐसी कोई बीमारी नहीं थी. नजीब की मां फातिमा ने कहा है कि उसे नींद की समस्या थी, उसने उसी के लिए दवाईयां ली होगी. फातिमा ने पुलिस के उस दांवे को नकारा है जिसमें पुलिस ने कहा था कि नजीब को घर छोड़कर चले जाने की बीमारी थी.
क्या होता है ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर
यह एक तरह का चिन्ता विकार है. इस विकार की दशा में बाध्यताओं या मनोग्रस्तियों के लक्षण पाए जाते हैं. इस डिसऑर्डर में ऐसे विचार आते हैं जिनके कारण बेचैनी, डर, चिन्ता पैदा होती है.