तरणतारण. पुंछ में फायरिंग में गुरसेवक सिंह के शहीद होने से पंजाब के वराना लालपुर गांव का माहौल रविवार से ही गमगीन था, लेकिन सोमवार को जैसे ही गुरसेवक का शव गांव पहुंचा तो पूरा गांव उनके अंतिम दर्शन को उमड़ पड़ा.
इसी भीड़ में गुरसेवक की मंगेतर भी थी जो कुछ समझ ही नहीं पा रही थी कि आखिर गुरसेवक को क्या हो गया है. गुरुसेवक के लिए गांव वालों की आंखों से गिर रहे आंसू उनके मंगेतर के लिए किसी आसमान के गिरने से कम नहीं था, लेकिन होनी को कौन टाल सकता है.
जैसे तैसे खुद को संभालते हुए गुरसेवक की मंगेतर ने भी भावभीनी आंखों से श्रद्धांजलि दी. दोनों की शादी फरवरी में ही होने वाली थी. शादी के लिए गुरसेवक भी जनवरी में घर आने वाले थे. शादी की तैयारियां भी जोरों पर थी, लेकिन जैसे ही गुरसेवक की शहादत की खबर पहुंची तो सभी के पैरों तले की जमीन खिसक गई. वहीं राज्य सरकार ने गुरुसेव के परिजनों को 5 लाख रुपए देने का ऐलान किया है.
बता दें कि रविवार को कश्मीर के पुंछ जिले के कृष्णाघाटी सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर घुसपैठियों के एक समूह के साथ मुठभेड़ के दौरान गुरसेवक शहीद हो गए. वे तीन साल पहले ही सेना में भर्ती हुए थे. वे वह सिख रेजिमेंट के सिपाही थे.