जयंत सिन्हा ने झारखंड में अलीमुद्दीन की लिंचिंग के आरोपियों का माला पहनाकर स्वागत किया. जयंत सिन्हा के इस कदम को उनके पिता यशवंत सिन्हा ने गलत बताया है. जबकि जयंत सिन्हा ने इस बात पर विवाद बढ़ने पर जन प्रतिनिधि होने के नाते शुभकामना देने की बात कही थी. अलीमुद्दीन लिंचिंग मामले में 8 आरोपियों को उम्र कैद की सजा हुई थी जिस पर हाई कोर्ट ने रोक लगा दी है.
नई दिल्ली. बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा द्वारा झारखंड में मॉब लिंचिंग के आरोपियों को माला पहनाकर स्वागत किए जाने के बाद उनके पिता यशवंत सिन्हा ने ट्विटर पर अपना दर्द व्यक्त किया है. यशवंत सिन्हा ने लिखा है, ‘पहले मैं एक लायक बेटा का नालायक बाप था. अब उल्टा हो गया. ट्वीटर ऐसा ही है. मेरे बेटे ने जो किया वो गलत था. लेकिन मुझे पता है कि ये कहने से और गालियां मिलेंगी. आप कभी नहीं जीत सकते.’
झारखंड में पिछले साल मीट कारोबारी अलीमुद्दीन को भीड़ ने बीफ की अफवाह पर पीट-पीटकर मार डाला था. इस मामले में आठ लोगों को रांची हाई कोर्ट से आजीवन सजा के मामले में राहत मिली है. फास्ट ट्रैक कोर्ट ने मॉब लिंचिंग के आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. हाई कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा पर रोक लगा दी है इसके साथ ही आरोपियों को जमानत मिल गई है.
ये सभी आरोपी हाई कोर्ट से मिली राहत की खुशी का इजहार करने झारखंड की हजारीबाग लोकसभा सीट से सांसद जयंत सिन्हा के आवास पर पहुंचे थे. जयंत सिन्हा ने फूलों की माला पहनाकर इनका स्वागत किया था. जयंत सिन्हा केंद्रीय मंत्री भी हैं. लिंचिंग के आरोपियों का स्वागत करते जयंत सिन्हा का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था.
फोटो वायरल होने के बाद जयंत सिन्हा ने सफाई देते हुए कहा था कि न्यायिक और कानून व्यवस्था में मेरा पूरा विश्वास है. दुर्भाग्य से मेरे कार्यों के बारे में गैर जिम्मेदाराना बयान दिए जा रहे हैं जबकि मैं कानूनी दायरे में बंधा रहकर कार्य कर रहा हूं. उन्होंने कहा कि रामगढ़ लिंचिंग मामले की सुनवाई रांची हाई कोर्ट में चल रही है. कोर्ट ने आरोपियों की सजा पर रोक लगाकर उन्हें जमानत दे दी है. आरोपी को सजा मिलनी चाहिए. मैं जनता का प्रतिनिधि और मंत्री हूं. मैंने कानून बचाने की कसम खाई है और किसी को भी कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है. जमानत मिलने पर ये लोग मेरे घर आए तो मैंने उन्हें शुभकामनाएं दीं.
Earlier I was the Nalayak Baap of a Layak Beta. Now the roles are reversed. That is twitter. I do not approve of my son's action. But I know even this will lead to further abuse. You can never win.
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) July 7, 2018
There you are. Exactly as I had predicted. You can never win.
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) July 7, 2018