पटना. एक ओर जहां पूरा बिहार छठ पूजा की तैयारी हो रही है, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी इस साल छठ व्रत नहीं करने वाली है. उन्होंने कहा है कि बेटों की शादी के बाद ही छठ पूजा करेंगी.
राबड़ी देवी ने सोमवार को मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा,’ पहले बेटियां रहती थीं तो घर में काम में हाथ बंटा देती थीं तो व्रत रख लेती थी. अब ब्याह के बाद सब ससुराल चली गई हैं तो अकेले सब मैनेज करना मुश्किल है. अब पतोहू के आने के बाद ही व्रत कर पाऊंगी. इस पूजा हिस्सा लेने पर तीन दिन तक महिलाएं कुछ और नहीं कर पाती हैं बाकी काम देखना मुश्किल हो जाता है’.
उन्होंने कहा कि पूरे बिहार में तो पूजा हो ही रही है. एक घर में नहीं होने से क्या हो जाएगा बता दें कि राबड़ी के बेटे और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को शादी के लिए 40 हजार लड़कियों ने संदेशा भेजा है. इससे पहले लालू यादव ने कहा था कि पहले छोटे बेटे तेजस्वी की शादी होगी.
फिर कौन उठाएगा सूप ?
राबड़ी देवी ने भले ये कह दिया हो कि छठ के काम में हाथ बंटाने के लिए जब उनके दोनों बेटों तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव की शादी के बाद पतोहू आ जाएंगी तभी वो छठ का सूप उठाएंगी.
लेकिन छठ पर्व को जानने वाले जानते हैं कि भले वो छठ खुद न करें लेकिन उनका सूप किसी न किसी को उठाना होगा. यह देखना दिलचस्प होगा कि राबड़ी अपने परिवार के छठ का सूप उठाने का जिम्मा किस परिवार को सौंपती हैं. सूप जिनके घर भी उठेगा, लालू-राबड़ी का परिवार उनके घर पर शाम और सुबह की अर्ध्य के दौरान नज़र आ सकता है.
कौन-कौन है परिवार में
गौरतलब है कि लालू और राबड़ी के 9 बच्चे हैं. जिनमें 2 बेटे और 7 बेटियां हैं. जिसमें 6 बेटियों की शादी हो चुकी है. हाल ही में लालू की बेटी राजलक्ष्मी की शादी सपा नेता मुलायम सिंह यादव के पौत्र तेजप्रताप के साथ हुई है. जिसमें प्रधानमंत्री मोदी सहित कई हस्तियों ने हिस्सा लिया था.