नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ का आज सिल्वर जुबली है. पीएम मोदी ऑल इंडिया रेडियो पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम मन की बात को 25वीं संबोधित कर रहे हैं. इस अवसर पर उन्होंने देशवासियों और सेना को दिवाली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह दिवाली सेना के जवानों को समर्पित है.
उन्होंने कहा, ‘हम और आप आज इसलिए दिवाली मना रहे हैं क्योंकि बॉर्डर पर सेना के जवान हमारी इस खुशी के लिए खड़े हैं. हम सभी को #Sandesh2Soldiers हैशटेग के साथ सेना के जवानों को मंगलकामना संदेश भजना चाहिए. भारत के हर कोने में उत्साह और उमंग के साथ दीपावली का पर्व मनाया जाता है. यह अन्धकार अंधश्रद्धा का अन्धकार है, अशिक्षा का अन्धकार है, ग़रीबी का भी अन्धकार है, सामाजिक बुराइयों का भी अन्धकार है.’
पीएम मोदी ने 25वीं बार मन की बात कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित करते हुए कहा,’ ‘हमारा हर पर्व शिक्षादायक होता है. दीपावली का पर्व ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’ यानी अन्धकार से प्रकाश की ओर जाने का सन्देश देता है. वेद-काल से आज तक भारत में जो उत्सवों की परम्परा रही है, वे समयानुकूल परिवर्तन वाले उत्सव रहे हैं. भारत के उत्सवों की ये पूरी यात्रा एक मूल-मन्त्र से जुड़ी हुई है. स्व को समष्टि की ओर ले जाना. आरोग्य की दृष्टि से क्या संस्कार हों ये सारी बातें, हमारे पूर्वजों ने बड़े वैज्ञानिक तरीके से उत्सव में समेट ली हैं.’
उन्होंने आगे कहा कि समाज दोष-रूपी, व्यक्ति दोष-रूपी जो अन्धकार छाया हुआ है, उससे मुक्ति, वही दिवाली का दीया जला कर के, प्रकाश पहुंचाने का पर्व बनता है दीपावली का पर्व भारत की सीमाओं तक सीमित नहीं रहा है. विश्व के सभी देशों में किसी न किसी रूप में दीपावली मनाया जाता है. दिवाली स्वच्छता का पर्व है, लेकिन समय की मांग है कि पूरे परिसर की सफाई, पूरे गांव की सफाई, इस परम्परा को और विस्तृत करना है.