नई दिल्ली. अक्सर लोग कहीं घूमने का प्लान करते हैं तो ज्यादातर पहाड़ों, बीचेस या फिर कहीं दूर जंगलों में जाना पसंद करते हैं. लेकिन अगर हम आपको टूर के लिए जेल में भेजे तो कैसा लगेगा. यह मजाक नहीं है. हम आपको बताते हैं कुछ ऐसे जेल के बारे में जहां आप अगली बार घूमने के लिए प्लान कर सकते हैं.
इसके लिए आपको कहीं और जाने की जरूरत नहीं है. इंडिया में ऐसे कई जेल हैं जो टूरिस्ट प्लेस के लिए काफी फेमस हैं. आइए आपको सैर कराते हैं इन जेलों की
सेलुलर जेल
सेलुलर जेल को भारत की स्वतंत्रता के इतिहास का बहुत प्रसिद्ध जेल माना जाता है. यह अंडमान-निकोबार में स्थित है. भारत की स्वतंत्रता के लिए जिन लोगों ने लड़ाई की थी उनकों ब्रिटिश शासन ने उनको यहां कैद करके रखा था. इसके अलावा इस जेल को दुसरे विश्व युद्ध में भी इस्तेमाल किया गया था. लेकिन अब यह जेल टूरिस्ट प्लेस बन गया है. यहां पर लाइट एंड साउंड शो भी दिखाया जाता है. यह जेल पब्लिक हॉलीडेज के अलावा टूरिस्ट्स के लिए हर रोज खुला रहता है. एक और खास बात है इस जेल को अब हॉस्पिटल के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है.
तिहाड़ जेल
दिल्ली स्थित तिहाड़ जेल भी एक टूरिस्ट प्लेस है. यह जेल साऊथ एशिया का तीसरी बड़ा जेल होने की वजह से भी प्रसिद्ध है. इसकी स्थापना 1957 में पंजाब में हुई थी. इस जेल की खासियत हैं यहां की फैसिलिटीज. इसके अलावा कैदियों के लिए म्युजिक जैसी कई ट्रेनिंग की भी व्यव्स्था है. यहां तक आईएएस जैसी हायर स्टडीज भी दी जाती हैं. टूरिस्ट्स के लिए जेल में कैन्टीन की भी सुविधा उपलब्ध है.
हिजली जेल
हिजली जेल बंगाल में की स्थापना वेस्ट बंगाल में 1930 में हुई थी. आज यह जेल एक इंस्टीट्यूट बन गया है. जी हां यहां पर 1951 में आईआईटी खड़क पुर की स्थापना हुई थी. कुछ दिनों बाद यह नेहरू म्युजियम ऑफ साइंस एंड टेक्नॉलोजी नाम का म्युजियम बन गया जो कैंपस के साथ जुड़ा हुआ है.
वाइपर आइसलैंड
वाइपर आइसलैंड भी अंडमान-निकोबार में स्थित है लेकिन यह सेलुलर जेल की तरह फेमस नहीं है. इससे भी भारत की स्वतंत्रता का समय में यूज किया गया था. आज यह जेल यहां पर लोग घूमने आते हैं.