होशंगाबाद. फेसबुक और वाट्सएप आज के समय में लोगों के लिए जरुरत बन गए हैं. वाट्सएप पर ग्रुप बनाकर हम एक साथ कई लोगों से चैट करते हैं. दोस्तों, रिश्तेदारों के ये ग्रुप एक- दूसरे से जोड़ने का अच्छा तरीका है.
पर अगर आप किसी वाट्सएप ग्रुप के एडमिन हैं तो सावधान हो जाइए. अब वाट्सएप ग्रुप में किसी को उसकी बिना मंजूरी के जोड़ना या हटाना आसान नहीं होगा. ग्रुप में जोड़ने से पहले एडमिन को उस यूजर से परमिशन लेनी होगी. यही नहीं, अगर बिना बताए किसी को ग्रुप से हटाया गया तो वह पुलिस में एडमिन के खिलाफ मानहानि की शिकायत दर्ज करा सकता है. थाने से आवेदन पर रिसीविंग दी जाएगी.
ग्रुप चलाने वालों की हर एक्टिविटी पर होगी निगरानी
वाट्सएप ग्रुप चलाने वालों की हर गतिविधि पर निगरानी रखने का आदेश मध्य प्रदेश के सभी पुलिस अधीक्षकों को पुलिस मुख्यालय से दिए गए हैं. इसी आदेश में इन तमाम नए नियम-कायदों के बारे में बताया गया है.
होशंगाबाद सिटी कोतवाली टीआइ महेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि अगर किसी वाट्सएप ग्रुप के सदस्य को बिना कारण बताए ग्रुप से हटा दिया गया है तो वो पुलिस के पास लिखित शिकायत कर सकता है.
किसी को ग्रुप में जोड़ने या हटाने से पहले बताना होगा
यही नहीं अगर ग्रुप एडमिन किसी को अपने ग्रुप में जोड़ना चाहता है तो एडमिन को पहले उस यूजर को मैसेज भेजकर परमिशन लेनी होगी. इसी तरह अगर ग्रुप के किसी सदस्य की पोस्ट पर आपत्ति है और एडमिन उसे हटाना चाहता है तो पहले उस सदस्य को चेतावनी देनी होगी. उसके बाद ही उसे हटाया जा सकता है.