नई दिल्ली. पंजाब में अपनी राजनीतक जमीन तलाश रहे पूर्व सांसद और नवजोत सिंह सिद्धू बड़ी मुश्किल में फंस गए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने उनके खिलाफ चुनाव प्रचार में 25 लाख से ज्यादा रुपया खर्च करने के मामले में मुकदमा चलाने का फैसला दे दिया है.
दरअसल, 13 मई 2009 में हुए चुनाव में सिद्धू ने अमृतसर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी ओमप्रकाश सोनी को हरा दिया था.
इसके बाद 29 जून 2009 को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी जिसमें आरोप लगाया कि बीजेपी प्रत्याशी सिद्धू ने नियमों के खिलाफ जाकर चुनाव प्रचार में 25 लाख ज्यादा रुपया खर्च किया और अपने पसंदीदा अफसर का ट्रांसफर करवाया.
कांग्रेस प्रत्याशी की ओर से कोर्ट से दोबारा चुनाव कराने की भी गुहार लगाई गई. जिस पर हाईकोर्ट ने 2010 में इस मामले की सुनवाई के लिया याचिका मंजूर कर ली.
हाईकोर्ट के इस फैसले के खिलाफ नवजोत सिंह सिद्धू सुप्रीम कोर्ट चले गए. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट में सुनवाई पर रोक लगा दी थी. लेकिन आज सिद्धू की ही याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि इस मामले की सुनवाई पंजाब-हरियाणा में हाईकोर्ट की जाए.
इतना ही नहीं अब सिद्धू के खिलाफ पंसदीदा अफसर का ट्रांसफर कराकर उसे रिटर्निंग बनाने के आरोप के भी मामले की सुनवाई की जाएगी.
गौरतलब है कि बीजेपी की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद सिद्धू ने पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले आवाज-ए-पंजाब मोर्चा का गठन किया है.
इससे पहले उनके आम आदमी पार्टी में शामिल होने की भी खबरें आ रही थीं. लेकिन अब खबर है कि वह कांग्रेस के साथ गठबंधन करेंगे. हालांकि अभी तक कांग्रेस की ओर सिर्फ संकेत ही दिए जा रहे हैं.