नई दिल्ली. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने मंगलवार को साफ किया कि हमारी सेना के लिए दान पूरी तरह स्वैच्छिक है और इसके लिए किसी पर जोर-जबरदस्ती की जरूरत नहीं है. यह बात रक्षा मंत्री ने राज ठाकरे की पार्टी मनसे के इस फरमान के संदर्भ में कही जिसमें पार्टी ने फिल्म निर्मताओं पर सेना कल्याण कोष (आर्मी वेलफेयर फंड) में पांच करोड़ रुपये का दान देने को कहा था.
बता दें कि राज ठाकरे के इस मांग की कई लोगों ने आलोचना की है. मनसे ने पाकिस्तानी कलाकारों को लेकर फिल्म बनाने वाले निर्माताओं से सेना कल्याण कोष (आर्मी वेलफेयर फंड) में पांच करोड़ का दान देने को कहा था.
पर्रिकर ने यहां नौसेना कमांडरों की बैठक में कहा कि दान स्वैच्छिक होना चाहिए, किसी पर दबाव डाल कर दान करने की जरूरत नहीं है. हम इसे पसंद नहीं करते. पर्रिकर ने कहा कि रक्षा मंत्रालय संबद्ध एजीबी की मदद से यह योजना चलाएगा. यह पूरी तरह स्वैच्छिक अनुदान है और इसके लिए दान देने की किसी भी मांग से हमारा संबंध नहीं है. पर्रिकर ने कहा कि मंत्रालय एक योजना बना रहा है इसके माध्यम से शहीदों के सभी परिवारों की समान मदद की जाएगी.
बता दें कि पिछले शनिवार को प्रोड्यूशर गिल्ड के अध्यक्ष मुकेश भट्ट और करण जौहर ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज ठाकरे के साथ मीटिंग की थी. इस मीटिंग के बाद राज ठाकरे ने कहा कि जो भी प्रोड्यूसर पाकिस्तानी कलाकारों को अपनी फिल्मों में काम करने दे रहे हैं तो उन्हें दंड के तौर पर कुछ पैसा तो देना पड़ेगा.
ठाकरे ने कहा कि मैं एक सुझाव देता हूं कि ऐसी हर फिल्म जिसमें पाकिस्तानी कलाकार हों उसके लिए 5 करोड़ आर्मी वेलफेयर फंड में जमा कराए जाएं. उन्होंने कहा कि प्रोड्यूसरों को इस बात की भी कसम लेनी होगी कि वे फिर कभी इन कलाकारों के साथ काम नहीं करेंगे.