नई दिल्ली. भारत ने तीसरे वनडे में न्यूजीलैंड को मात देकर 7 विकेट से मैच अपने नाम कर लिया. इस जीत के हीरो रहे विराट कोहली का कैच रॉस टेलर पकड़ने में नाकाम रहे. जिस कारण उन्हें मिले जीवनदान का भरपूर फायदा उठाया और नाबाद 154 रन ठोक डाले. रॉस टेलर को सांत्वना देते हुए कोहली ने कहा कि वो भी इस मंजर से गुजर चुके हैं.
मोहाली में रॉस टेलर के हाथों कैच छूटने के बाद उन्होंने सहानुभूति जताई और कहा कि वह भी इस स्थिति से गुजर चुके हैं. उन्होंने ब्रेंडन मैक्कलम का कैच छोड़ा था और उन्होंने तिहरा शतक जमा दिया था.
दरअसल कोहली 2014 की भारत-न्यूजीलैंड सीरीज के बारे में कह रहे थे. उस समय टीम इंडिया दो टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 से पीछे चल रही थी और वह सीरीज में वापसी की उम्मीदों के साथ वेलिंगटन पहुंची थी. पहले गेंदबाजी करते हुए भारतीय गेंदबाजों ने कीवी टीम को पहली पारी में 192 रन पर ही समेट दिया. मैच में टीम इंडिया की पकड़ मजबूत हो गई.
पहली में पारी में की बढ़त हासिल
इसके बाद टीम इंडिया ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 438 रन बनाकर पहली पारी में 246 रन की बढ़त हासिल कर ली. पहली पारी में बढ़त हासिल कर चुकी टीम इंडिया मैच को जीत कर सीरीज में बराबरी करना चाहती थी. भारतीय गेंदबाजों ने दूसरी पारी में भी कीवी टीम की शुरुआत बिगाड़ दी और 52 रन पर ही उनके 3 विकेट झटक लिए लेकिन फिर आए कप्तान ब्रेंडन मैक्क्लम ने पूरा खेल ही बिगाड़ दिया.
कोहली ने छोड़ा कैच
मैक्क्लम ने 32 गेंदों में 9 रन बनाए थे. मैक्क्लम ने 28वें ओवर में मोहम्मद शमी की पहली ही गेंद पर तेज ड्राइव लगाने की कोशिश की लेकिन फुल लेंथ गेंद को टाइम नहीं कर पाए और सिली-मिड-ऑन पर खड़े विराट कोहली तक गेंद पहुंच गई. कोहली ने अपने बाएं हाथ से गेंद को पकड़ने की कोशिश की लेकिन गेंद छिटक गई और कैच छूट गया.
मैक्क्लम को मिला यह जीवनदान भारतीय टीम के लिए खतरनाक साबित हुआ. इसके बाद मैक्कलम ने विस्फोटक बल्लेबाजी करते हुए 32 चौके और 4 छक्कों की मदद से 302 रन ठोक डाले. कीवी टीम ने पहली पारी की टीम इंडिया की 246 रन की बढ़त को पूरा करते हुए उसे 435 रन का लक्ष्य दे दिया. दूसरी पारी में टीम इंडिया को 52 ओवर ही खेलने को मिले और मैच ड्रॉ हो गया. टीम इंडिया सीरीज में बराबरी भी नहीं कर पाई.