रांची. झारखंड के लोहरदगा जिले के अंबाटोली में धर्म परिवर्तन का सनसनीखेज मामला सामने आया है. मिली जानकारी के मुताबिक दिनेश उरांव (15) को 2014 में गांव के ही शनिश्वर उरांव नाम के शख्स पढ़ाने के बहाने के अपने साथ ले गया था. तब से मनीष के माता-पिता ने उससे मिलने के लिए इधर-उधर भटक […]
रांची. झारखंड के लोहरदगा जिले के अंबाटोली में धर्म परिवर्तन का सनसनीखेज मामला सामने आया है. मिली जानकारी के मुताबिक दिनेश उरांव (15) को 2014 में गांव के ही शनिश्वर उरांव नाम के शख्स पढ़ाने के बहाने के अपने साथ ले गया था.
तब से मनीष के माता-पिता ने उससे मिलने के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं. मिली जानकारी के मुताबिक दिसंबर 2014 में शनिश्वर उरांव उसको घर से पढ़ाने के बहाने रांची ले गया था.
जब मनीष के परिजनों को किसी अनहोनी की आशंका हुई तो उसकी खोजबीन शुरू की गई. जिसमें उनके हाथ मनीष की आईडी लग गई. जिसे देखकर वह हैरान रह गए. उसमें मनीष उरांव की जगह मनीष ब्रदर लिखा हुआ था. मतलब उसका धर्म परिवर्तन करा दिया गया था.
इसके बाद 2015 में उसके गायब होनी की खबर पुलिस को दी गई लेकिन आज तक मनीष का कोई पता नहीं लग पाया है.
दिल्ली के डीपीएस में पढ़ाने का झांसा
शनिश्वर उरांव के रिश्तेदार आसपास के गांव में रहते हैं. जब मनीष के परिजनों ने उनसे आपबीती बताई तो उन्हें बताया गया कि उसे दिल्ली के डीपीएस स्कूल में पढ़ाया जा रहा है
यह सुनकर कर्ज लेकर उसके परिजन किसी तरह दिल्ली पहुंचे. लेकिन वहां भी मनीष की कोई जानकारी नहीं मिल पाई. फिलहाल अब पूरा मामला एसपी के पास पहुंच गया है और इसकी जांच एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट सीआईडी और कई संगठन कर रहे हैं.