कौन हैं रीता बहुगुणा जोशी, उनका BJP में जाना क्यों है कांग्रेस के लिए बड़ा झटका

उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव आते-आते राजनीतिक गलियारों में उठापटक शुरू हो चुकी है. जहां एक ओर चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी में जोरदार तनातनी हई तो वहीं अब कांग्रेस को भी जोरदार झटका लगा है. यूपी में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता रीता बहुगुणा जोशी ने आज अमित शाह की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली है.

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कौन हैं रीता बहुगुणा जोशी, उनका BJP में जाना क्यों है कांग्रेस के लिए बड़ा झटका

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  • October 20, 2016 1:48 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव आते-आते राजनीतिक गलियारों में उठापटक शुरू हो चुकी है. जहां एक ओर चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी में जोरदार तनातनी हई तो वहीं अब कांग्रेस को भी जोरदार झटका लगा है. यूपी में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता रीता बहुगुणा जोशी ने आज अमित शाह की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली है.
 
ये पहली बार नहीं है कि बहुगुणा परिवार का कोई सदस्य कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुआ, इससे पहले भी इस साल मार्च के महीने में उनके भाई और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा भी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. इतना ही नहीं रीता बहुगुणा के पिता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा भी दो बार कांग्रेस छोड़ चुके हैं.
 
यूपी कांग्रेस का चर्चित चेहरा थीं
उत्तर प्रदेश की राजनीति में रीता बहुगुणा काफी चर्चित नाम रहा है. यूपी में कांग्रेस के बड़े चेहरों में शामिल रीता का जन्म 22 जुलाई 1949 में आगरा में हुआ था. पूर्व दिग्गज नेता हेमवती नंदन बहुगुणा की पुत्री रीता इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भी रह चुकी हैं. 
 
रीता ने अपना राजनीतिक सफर 1995 से की थी. रीता साल 1995 से 2000 तक इलाहाबाद की मेयर रही. इसके अलावा उन्होंने राष्ट्रीय महिला आयोग के उपाध्यक्ष की कमान भी संभाली. साथ ही साल 2003 से वह अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष भी रही हैं.
 
रीता को मायावती के खिलाफ टिप्पणी करने के आरोप में जेल भी जाना पड़ा था. साल 2007 से 2012 तक यूपी कांग्रेस अध्यक्ष पद की कमान संभालने के दौरान उन्होंने बीएसपी प्रमुख मायावती के खिलाफ टिप्पणी की थी. साल 2012 में रीता ने लखनऊ कैंट से विधानसभा चुनाव जीता. वह साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में भी लखनऊ से खड़ी हुई थीं, लेकिन उन्हें जीत नहीं मिली.
 
बता दें कि 20 अक्टूबर 2016 में रीता ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का हाथ थाम लिया. बीजेपी में शामिल होने पर रीता ने कहा कि वह कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के खून के दलाली वाले बयान से काफी दुखी हुई थीं, जिसके कारण उन्होंने कांग्रेस छोड़ दिया.
 
खून की दलाली वाले बयान से थीं आहत
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और यूपी बीजेपी के अन्य सदस्यों की मौजूदगी में उन्होंने बीजेपी का दामन थामा. उन्होंने इस मौके पर कांग्रेस पार्टी पर जम कर निशाना साधा, उन्होंने कहा कि वह राहुल गाँधी की तरफ से दिए गए खून की दलाली वाले बयान से आहत है. उन्होंने ये भी कहा,’ प्रशांत किशोर चुनाव के मैनजेर हो सकते है, डायरेक्टर नहीं.’ 
 
रीता ने अखिलेश यादव और मायावती पर भी जम कर हमला बोला. उन्होंने कहा कि SP और BSP इन दोनों पार्टियों ने यूपी को लूटकर बर्बाद कर दिया हैं. राज्य की जनता को इन दोनों पार्टियों से मुक्ति मिलनी चाहिए.

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