नई दिल्ली. छात्र नजीब अहमद के गायब हो जाने के बाद से जेएनयू में बवाल मचा हुआ है. अब इस मामले में जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष मोहित पांडेय ने बयान जारी कर आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रशासन इस मामले से पल्ला झाड़ रहा है.
उन्होंने कहा ‘नजीब छह दिन से लापता है. उसके बारे में कोई सूचना नहीं है. जेएनयू प्रशासन मामले से भागने की कोशिश कर रहा है. हम रात भर एडमिन ब्लॉक में बैठे रहे. लेकिन वाइस चांसलर की ओर से कई भी ठोस जवाब नहीं मिला. हम मांग कर रहे थे कि नजीब को वापस लाने के लिए कोशिशें की जाएं और जिसने भी उसके साथ मारपीट की है उनको सजा दिलवाई जाए.
वहीं मोहित ने वीसी को सहित बंधक बनाए जाने के मामले मे सफाई दी कि हम बार-बार कहते रहते हैं कि अगर एडमिन ब्लॉक के अंदर किसी की भी तबियत खराब हो रही है तो वह इलाज के लिए बाहर आ सकता है.
पांडेय ने कहा कि हम वह मानवता पर विश्वास करते हैं जब हमारे वीसी नजीब के परिवार के साथ पूरी तरह अमानवीय तरीके से पेश आ रहा हैं. उनको हमारे साथ राजनीति खेलना बंद कर नजीब को सुरक्षित वापस लाने के लिए एक माहौल तैयार करना चाहिए.
गौरतलब है कि जेएनयू में एमएससी के पहले वर्ष का छात्र नजीब अहमद 14 अक्टूबर से गायब है. पांच तक उसके न मिलने पर बुधवार को जेएनयू स्टूडेंट यूनियन हंगामा कर दिया और मांगों को लेकर प्रशासन भवन में वीसी, प्रॉक्टर और रजिस्ट्रार सहित 10 लोगों को कैद कर लिया था.
वहीं अब इस मामले में केंद्र सरकार में मंत्री किरण रिजिजू भी कूद गए हैं उन्होंने कहा कि वीसी सहित वहां के अधिकारियों को बंधक बनाना गलत है. ऐसा लगता है कि कुछ छात्र वहां पढ़ने नहीं राजनीति करने आए हैं.