बैंक ऑफ महाराष्ट्र के सीईओ एवं सीएमडी रविंद्र मराठे को गिरफ्तार कर लिया गया है. जिन पर आरोप है कि उन्होंने दिवालिया हो चुके डी एस कुलकर्णी को गलत तरीके से लोन उपलब्ध करवाया था. साथ ही पुलिस ने बैंक के कई उच्च अधिकारियों को भी गिरफ्तार किया है.
मुंबई. बैंक ऑफ महाराष्ट्र के MD & CEO को गिरफ्तार कर लिया गया है. जिन पर आरोप है कि उन्होंने दिवालिया हो चुके डी एस कुलकर्णी को गलत तरीके से लोन उपलब्ध करवाया था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पुलिस ने बैक के उच्च अधिकारियों को भी इस मामले में गिरफ्तार किया है. सीईओ एवं सीएमडी रविंद्र मराठे ने डीएस कुलकर्णी को कर्जा देने में मदद की थी. बतौर मीडिया बुधवार को ही इस मामले में आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जा सकता है.
पुलिस ने जांच में पाया है कि बैंक ऑफ महाराष्ट्र के सीईओ रविंद्र मराठे समेत बैंक के कई अधिकारियों ने दिवालिया हो चुके बिल्डर डीएस के को लोन दिया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बैंक के अधिकारियों को जानकारी थी कि कुलकर्णी दिवालिया है उसके बावजूद उसे लोन दिया गया. इस गंभीर आरोप के बाद ने बैंक के सीईओ रविंद मराठे, बैंक के अधिकारी सुशील मुनहोत, आर. के. गुप्ता, नित्यानंद देशपांडे, एमएस. घाटपांडे (सीए), राजीव नेवासकर (चीफ इंजीनियर) को भी गिरफ्तार कर लिया है.
जानिए कौन है डीएसके कुलकर्णी
डीएस ग्रुप के प्रमुख डीएस कुलकर्णी जाने माने बिल्डर हैं जिन्हें फरवरी 2018 में क्राइम ब्रांच ने अरेस्ट किया था. कुलकर्णी पर बैंक का पैसा न चुकाने और सही समय पर फ्लैट न देने के आरोप थे. कुलकर्णी पर निवेशकों के 230 करोड़ पर नहीं लौटाने का आरोप है जिसके चलते उनका पासपोर्ट मुबंई कोर्ट ने जब्त करने के आदेश दिए थे.
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