अंबाला. हरियाणा के अंबाला जिले में देर रात मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है जिससे स्वास्थ्य सेवाओं उसके कर्मचारियों पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया. इसके साथ ही सभी दावों की पोल खुल गई.
मिली जानकारी के मुताबिक अंबाला कैंट सिविल अस्पताल में संतराम नाम के एक पीड़ित शख्स ने की गर्भवती पत्नी माला देवी को रात में प्रसव पीड़ा हुई. संतराम ने एंबुलेंस बुलाने के लिए रात करीब 11 बजे स्वास्थ्य विभाग के टोल फ्री 102 पर फोन किया.
वहां से 102 कंट्रोल रूम के फोन उठाने वाले ऑपरेटर का जवाब मिला कि फिलहाल अस्पताल में एंबुलेंस नहीं है. पत्नी दर्द से करार रही थी.
संतराम ने अपनी मां और भाई को साथ लेकर पत्नी को रेहड़ी पर लेटाया ओर किसी तरह कैंट सिविल अस्पताल पहुंचा को देखा कि अस्पताल के कैंपस में खड़ी तीन एंबुलेंस देखी.
मतलब साफ था कि सरकार की ओर से जारी किए गए 102 नंबर की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रहीं थीं. शासन की ओर से इमरजेंसी की स्थिति के लिए शुरू की गई इस सेवा को विभाग के कर्मचारी ही गंभीरता से नहीं ले रहे हैं.
वहीं पूरे वाकए के बारे में संतराम ने
इनखबर/इंडिया न्यूज से बातचीत में बताया कि वह बीड़ी मिल के पीछे रहते हैं. 102 नंबर से वक्त रहते मदद नहीं मिली.
पूरे मामले की भनक लगते ही अस्पताल प्रशासन का नर्सिंग स्टाफ बाहर आया और तुरंत गर्भवती माला देवी को रेहड़ी से उतारकर डिलीवरी रूम में ले गया.
गौरतलब है कि अंबाला कैंट स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का गृहक्षेत्र है. उम्मीद है वह इस मामले की जांच जरूर करवाएंगे.