नई दिल्ली. करवा चौथ पर पति की लंबी उम्र के लिए महिलाएं पूरे दिन उपवास रखती हैं. उसके बाद जब चांद निकलता है उसकी पूजा करके और अर्घ्य देकर पति की आरती उतारती हैं. लेकिन क्या आपको कभी ये लगा कि क्यों करवा चौथ पर चंद्रमा की पूजा की जाती है.
- एक शोध के मुताबिक चंद्रमा पुरुष रूपी ब्रह्मा का रूप है जिसकी उपासना करने से इंसान के सारे पाप दूर हो जाते हैं.
- चंद्रमा को लंबी आयु का वरदान मिला है. चांद के पास प्रेम और प्रसिद्धि है. यही वजह है कि सुहागिने चंद्रमा की पूजा करती हैं. जिससे ये सारे गुण उनके पति में भी आ जाए.
- चंद्रमा को शांति का प्रतीक माना जाता है और इससे मिली मानसिक शांति से रिश्ते मजबूत होते हैं.
- पुराणों के अनुसार चंद्रमा शिव जी की जटा का गहना है. इसलिए इसे दीर्घायु का भी प्रतीक माना जाता है. इसलिए रिश्तों की मजबूती तथा पति की दीर्घायु के लिए व्रत का समापन चंद्र दर्शन के साथ होता है.
- हर लड़की रूप, शीतलता, प्रेम और लंबी आयु वाले पति की कामना करती है इसलिए हमारे देश में कुंवारी लड़कियां भी अपने अच्छे पति की कामना में ये व्रत रखती हैं.
- चंद्रमा की पूजा अविवाहित लड़कियां भी कर सकती हैं इसलिए चंद्रमा की पूजा करवाचौथ में की जाती है.