नई दिल्ली. ऐप के जरिये टैक्सी सेवा उपलब्ध कराने वाली कम्पनी उबर ने इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के साथ हाथ मिलाया है. दरअसल दोनों के बीच एक करार हुआ है जिसके तहत उबर अपनी ऐप से जुड़े ड्राइवरों को कौशल प्रशिक्षण उपलब्ध कराएगी.
उबर इंडिया के अध्यक्ष अमित जैन ने इस बारे में बताया कि यह पहल ‘उबरशान’ के तहत की गयी है. इसके तहत ड्राइविंग प्रशिक्षण लाइसेंस प्राप्त करने और वाहन खरीद के लिए वित्तीय मदद की जाती है.
अमित ने आगे बताया कि उनकी कोशिश है यह सुनिश्चित करने की कि जो लोग उनके संपर्क में आएं वह उनकी ऐप के लिए ड्राइवर के तौर पर काम करने लायक बन सकें. उबर ने इस पहल के तहत 10 लाख लोगों के लिए रोजगार पैदा करने का लक्ष्य तय किया है. यह लक्ष्य उबर 2018 तक पाना चाहता है.