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मार्च तिमाही में भारतीय स्टेट बैंक को हुआ 7,718 करोड़ रुपये का घाटा, ये है वजह

देश का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक को आज तक का सबसे बड़ा घाटा हुआ है. जनवरी-अप्रैल की तिमाही में करीब 8 हजार करोड़ रुपये का घाटा लगा है. जिसकी मुख्य वजह एनपीए है.

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State Bank Of India loss
  • May 23, 2018 11:07 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

नई दिल्ली. देश का सबसे बड़ा बैंक, भारतीय स्टेट बैंक को आज तक सबसे बड़ा घाटा हुआ है. ये भारतीय स्टेट बैंक के इतिहास का सबसे बड़ा घाटा है. मंगलवार को स्टेट बैंक ने अपनी चौथी तिमाही यानि जनवरी-मार्च 2018 के नतीजे घोषित किए. इसके अनुसार भारतीय स्टेट बैंक को इन तीन महीनों में 7,718 करोड़ का घाटा लगा है. इसके इतर हाल में ही पंजाब नेशनल बैंक को करीब 13 हजार करोड़ रुपये का घाटा लगा था जिसे डायमंड व्यापारी निरव मोदी ने चंपत बनाया था. ये देश का सबसे बड़ा घाटा था.

इसके बाद स्टेट बैंक ने देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक घाटा और स्टेट बैंक का अब तक का सबसे बड़ा बैंक घाटा शो किया है. स्टेट बैंक को अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही में 2,416 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था. ये घाटा जनवरी-अप्रैल की तिमाही में तीन गुना बढ़ गया. इन दिनों भारतीय बैंकों से लगातार घाटे की खबरें आ रही हैं. इन दिनों सभी बैंकों के घाटे की बात करें तो ये गिनना मुश्किल हो सकता है. भारतीय स्टेट बैंक को ये चपत एनपीए की वजह से हुई. वहीं एनपीए जिसे नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स कहते हैं. एनपीए का मतलब होता है कि बैंक ने अपने ग्राहकों को जो कर्ज़ दिए हैं उनमें से कई इसे लौटा नहीं रहे हैं.

मीडिया से बातचीत में बैंक के चेयरमैन रजनीश कुमार को उम्मीद है इन एनपीए में से बैंक आधे से अधिक की वसूली करने में कामयाब रहेगा. उन्होंने मीडिया से कहा कि उन्होंने एसबीआई के 12 बड़े कर्जदारों को नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल में ले गया है जैसे ही बैंकरप्सी की प्रक्रिया होगी तो बैंक का ज्यादा से ज्यादा वसूल हो सकता है. बता दें बैंक के घाटे की असली वजह एनपीए की ही है. ये पिछले साल की तुलना में इस बार ये तकरीबन 2 फ़ीसदी का बढ़ोत्तरी हुई हैं. स्टेट बैंक ने स्वीकार किया है कि तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में ग्रॉस(सकल) एनपीए 1.99 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर 2.2 लाख करोड़ रुपए रहा है.

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