Nipah Virus in Kerala: केरल में निपाह वायरस से लोगों की जान बचाने वाली नर्स ने इलाज करते करते अपनी ही जान गवां बैठी. नर्स अपनी आखिरी सांसों तक निपाह वायरस से पीड़ितों का इलाज करती रहीं लेकिन खुद भी इस इंफेक्शन की शिकार हो गईं.
कोझिकोड. केरल में निपाह वायरस से अब तक कई जानें जा चुकी है. इस बीच केरल से एक ऐसी नर्स की कहानी वायरल हो रही है जिसने इस वायरस से लोगों की बचाते-बचाते खुद का जीवन की आहुति दे दी. निपाह वायरस से पीड़ित शख्स की देखरेख करते करते नर्स लिनी भी इस इंफेक्शन के चपेत में आ गईं और जब उन्हें लगने लगा कि अब वह और जीवित नहीं रह पाएंगी तो उन्होंने विदेश में रह रहे पति के लिए इमोशनल खत लिखा. इतना ही नहीं लिनी के साथ जो हुआ उसके परिवार के साथ न हो इसीलिए उन्होंने अपने बच्चों और परिवार को खुद से दूर रखा.
लिनी नर्स कि कहानी तब वायरल हुई जब केरल के पर्यटन मंत्री ने उनके प्रति संवेदना जाहिर करते हुए फेसबुक पर उनका लिखा हुआ खत शेयर किया. पर्यटन मंत्री कदाकमपल्ली सुरेंद्रन ने लिनी की मौत पर लिनी का वो पत्र शेयर किया जिसमें लिनी ने पति के लिए लिखा था कि ‘मुझे नहीं लगता कि अब मैं तुमसे मिल पाऊंगी. प्लीज हमारे बच्चों की देखभाल करना.
लिनी को जब इस जानलेवा वायरल ने अपनी चपेत में लिया तो उन्होंने अपने परिवार और बच्चों को खुद से रखा ताकि उनका कोई भी परिवार का सदस्य इस इंफेक्शन की चपेत में न आ जाए. लिनी के दो बच्चे हैं जिनकी उम्र केवल 5 साल और 2 साल हैं. दोनों बच्चें सिद्धार्थ और रितुल आखिरी बार भी मां को नहीं देख सकें. वहीं लिनी के पति खाड़ी देश में नौकरी करते हैं जैसे ही पत्नी की बीमारी का पता चला तो वह केरल पहुंचे. लिनी ने पति से बच्चों को खाड़ी देश अपने साथ रखने को भी लिखा था. बता दें लिनी ने आखिरी समय तक निपाह वायरस से ग्रसित लोगों का इलाज किया और संभावित मदद मुहैया की. गौरतलब है कि निपाह चमकादड़ से फल व पेड़ों और फिर इंसानों व जानवारों में फैलने वाला वायरस है.
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