नई दिल्ली. चेन्नई के जयेंद्र सरस्वती आयुर्वेद कॉलेज एंड हॉस्पिटल के छात्रावास में मेडिकल की स्टूडेंट स्वाति पांडेय का पंखे से लटका शव मिलने के बाद से हलचल मच गई है. स्वाति के पिता ने आरोप लगाया है कि रैगिंग से तंग आकर ही उनकी बेटी ने पंखे से लटक कर खुदकुशी कर ली है. उन्होंने चेन्नई के पुलिस कमिश्नर को मेल करके भी इस बात की शिकायत की है.
इसके अलावा उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि उनकी बेटी की हत्या भी की जा सकती है. उन्होंने कहा कि स्वाति के कमरे से दूसरे कमरे में जाने का रास्ता है, आशंका है कि कहीं किसी छात्र ने उसकी हत्या न कर दी हो.
दिल्ली की थी स्वाति
स्वाति का परिवार दिल्ली के लक्ष्मीनगर इलाके में रहता है. उसके पिता रमाकांत पांडेय भारतीय रेलवे बोर्ड के सलाहकार व भारतीय रेल पत्रिका के संपादक हैं. चार भाई-बहनों में सबसे छोटी स्वाति ने 6 अगस्त को श्री जयेंद्र सरस्वती आयुर्वेद कॉलेज एंड हॉस्पिटल में बीएएमएस कोर्स में एडमिशन लिया था.
परिवार को बताया था रैगिंग के बारे में
स्वाति के भाई आलोक पांडेय ने बताया है कि स्वाति लगातार परिवार के सदस्यों से बात करती थी और उसने कई बार रैगिंग के बारे में बताया था. उसने ओनम की छुट्टियों में घर आने की बात भी कही थी, लेकिन स्वाति के पिता ने उसे दिवाली तक वहीं रुकने को कहा था.
14 सितंबर को हुई थी आखिरी बार बात
स्वाति ने 14 सितंबर को आखिरी बार अपने दूसरे भाई आशीष से बात की थी. और 15 सितंबर को उसने खुदकुशी कर ली. कॉलेज प्रशासन ने दोपहर करीब 3.30 बजे रमाकांत पांडेय को फोन कर बताया कि उनकी बेटी स्वाति ने खुदकशी कर ली है. कॉलेज के प्रधानाचार्य ने बताया है कि स्वाति ने दोपहर करीब एक से तीन बजे के बीच खुदकशी की थी.