नई दिल्ली. सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो जारी करने के मुद्दे पर केंद्र सरकार ने साफ कहा है कि सेना ने अपना काम कर दिया है अगर किसी को यकीन नहीं है तो यह उसकी दिक्कत है सरकार की नहीं. वीडियो जारी नहीं किया जाएगा.
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सूत्रों के मुताबिक यह फैसला आज कैबिनेट की सुरक्षा मामलों की समिति की हुई बैठक में लिया गया है. आपको बता दें कि सीसीएस की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी भी मौजूद थे.
इस मीटिंग में पीएम को एलओसी और सीमा पार के हालात के बारे में जानकारी दी गई. वहीं सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ रहे तनाव पर भी चर्चा की गई.
इससे पहले आज सेना ने रक्षा मंत्रालय को सर्जिकल स्ट्राइक से जुड़ा सबूत सौंपा दिया. सेना की ओर से इस वीडियो को जारी करने की हरी झंडी भी दी गई थी.
लेकिन इस पर आखिरी फैसला सरकार को करना था. सेना के अधिकारियों का मानना है कि इस वीडियो को जारी कर हम उन लोगों को जवाब दे सकते हैं जो इस कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं.
गौरतलब है कि पहले पाकिस्तान की सेना ने ऐसी किसी कार्रवाई को झूठा बताया उसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इसके सबूत मांग लिए. इतना ही नहीं कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने तो इस सर्जिकल स्ट्राइक को झूठा ही बता दिया.
हालांकि बाद में कांग्रेस ने निरूपम के बयान से पल्ला झाड़ लिया और साफ शब्दों में कहा कि पार्टी पूरी तरह से सरकार के साथ खड़ी है. वहीं इस सर्जिकल स्ट्राइक को अमेरिका ने भी सही माना है. सैटेलाइट से मिली तस्वीरों के बाद अमेरिका की एनएसए ने तुरंत भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से बात की थी.
इसके अलावा अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने भी आज दावा है कि उसने कुछ चश्मदीदों से बात की है जिन्होने इस कार्रवाई को सही बताया है.