Ishq Mein Marjawan 14 May 2018 Full Episode Written Updates: दीप का कत्ल करके आरोही लंदन से इंडिया आती है लेकिन वो जैसा सोचती है वैसा कुछ नही होता है जिस जाल में आरोही तारा और उसकी फैमली को फंसाना चाहती थी शायद वो उस जाल में खुद फंसती नजर आ रही है.
नई दिल्ली : 7.30 आरोही लंदन से दीप को मौत के घाट उतार कर वापस आती है लेकिन रास्ते में उसे ना जाने क्यों बार बार ऐसा लग रहा था कि उसने दीप को मारकर ठीक नही किया है. आरोही दुर्गा मां के मंदिर जाती है जहां उसे पंडित कहता है कि वो जिसे उजाला समझ रही है वो असल में बड़ा अंधकार है.
7.35 आरोही भारत आकर सीधे उस हॉस्टल में जाती है जहां निक्कू और चवन्नी नही होते हैं. वे दोनो ही वहां से गायब हो जाते हैं जिससे आरोही काफी परेशान हो जाती है और ना चाहते हुए भी उसे विराज के घर जाना पड़ता है. क्योंकि वो जानती है कि विराज ही उसे निक्कू और चवन्नी के बारे में जरूर बता देगा.
7.40 इश्क में मरजावां में 14 तारिख के एपिसोड में देखेंगे कि कैसे आरोही तारा बनकर घर आती है जहां सारे घर वालों का वो वो रूप देखती है जिसे देख उसे सदमा लग जाता है. दरअसल जहां विराज रोमा को जेल भेज चुका होता है वो रोमा घर में ही मौजूद होती है.
7.45 रोमा आरोही को देखकर गले लगा लेती है वहीं विराज तारा यानि आरोही को बताता है कि उसे दीप का पता चल चुका है आरोही कहती है कि दीप लंदन आरोही के साथ गया था ना कि तारा के साथ घरवाले उसकी बात का यकिन कर लेते हैं. आरोही जो कि दीप को मार कर आई है नाटक करती है कि उसे नही पता दीप कहां हैं.
7.50 लेकिन घर वाले एक एक कर बताते हैं कि दीप अब इस दुनिया में नही रहा ये कहकर सारे घरवाले जोर जोर से हंसने लगते हैं. जिसके बाद आरोही नही समझ पाती है कि आखिर ये सारे घरवाले क्यों दीप की मौत पर जश्न मनाने की बात कर रहें हैं.
7.55 एक एक कर सारे घरवाले आरोही जिसे वो तारा समझ रहें हैं दीप के बारे में उसे ऐसे राज बताते हैं जिसके बाद आरोही को दीप को मारने का अफसोस होने लगता है. रोमा तारा को कहती है कि जिस दीप की मौत का वो मातम बना रही है वो दीप दरअसल आरोही से प्यार करता था जिसे सुन आरोही सदमें में आ जाती है.
7.57 रोमा उसे बताती है कि कैसे दीप ने आरोही के भाई की मौत के बाद विराज को जान से मारने की कोशीश की थी. वो बताती है कि दीप ने उन लोगो से झूठ बोला कि आरोही की भाभी और भतिजा मर चुकें हैं जबकि दीप ने उन दोनो को जिंदा रखा था.
8 वो लोग कहते हैं कि उन्हे दीप की मौत की खुशी है क्योंकि दीप ने तारा से कभी प्यार किया ही नही था बल्कि वो तो सिर्फ आरोही से ही प्यार करता है. आरोही ये सारी बातें सुनकर आरोही दीप को मारने का अफसोस करती है. वो हर वो पल याद करती है जिसे उसने दीप के साथ बिताये थे.
8.05 रोमा तारा को कमरे से बाहर बुलवाती है कि वो उसे सरप्राइज देना चाहती है लेकि जैसे ही तारा यानि आरोही आती है वो देखती है कि विराज निक्कू को गोद में उठाकर ला रहा है. वो घबरा जाती है कि कहीं उन लोगो ने निक्कू को जान से मार तो नही दिया.