मुंबई. नई व्यवस्था के तहत आरबीआई ने मौद्रिक नीति की समीक्षा कर दी है. केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है. इनख़बर से जुड़ें | एंड्रॉएड ऐप्प | फेसबुक | ट्विटर मतलब रेपो रेट ने 6.5 से 6.25 फीसद कर दिया गया है. वहीं रिवर्स रेपो रेट घटाकर 5.75 फीसद कर दिया गया है. नए […]
मुंबई. नई व्यवस्था के तहत आरबीआई ने मौद्रिक नीति की समीक्षा कर दी है. केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है.
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मतलब रेपो रेट ने 6.5 से 6.25 फीसद कर दिया गया है. वहीं रिवर्स रेपो रेट घटाकर 5.75 फीसद कर दिया गया है. नए पॉलिसी रेट से ईएमआई देने वालों को राहत मिल गई है.
इसके साथ ही इस बात का अनुमान किया गया है कि 2017 में महंगाई की दर 5 फीसद तक रहेगी. वहीं मौजूदा साल में विकास दर 7.6 फीसद रहने की उम्मीद है.
रिजर्व बैंक का कहना है कि वित्तीय वर्ष 2017 में महंगाई की आउटलुक में सुधार की उम्मीद है. खाने-पीने की चीजें सस्ती करने के लिए सरकार ने दखल दिया है.
केंद्रीय बैंकों ने भरोसा दिया है कि 18 फीसद जीएसटी टैक्स का महंगाई पर बहुत थोड़ा असर पड़ेगा. बेहतर मानसून की वजह से इस साल ग्रोथ रेट अच्छी रहेगी.
आरबीआई की ओर से जारी की गई इस मौद्रिक नीति से बाजार में भी पॉजिटिव असर दिख रहा है. सेंसेक्स और निफ्टी के निचले स्तर के शेयरों में उछाल देखा जा रहा है.
आपको बता दें कि मौद्रिक नीति की समीक्षा करने वाली समिति में शामिल सभी सदस्य रेट कट के पक्ष में थे. इसके साथ ही आरबीआई की ओर से लिक्विडिटी समीक्षा की बात कही.
बैंक की ओर से कहा गया .यूरोपीय यूनियन से ब्रिटेन का बाहर हो जाना हमारे लिए चिंता की बात है.