यूपी बोर्ड ने 10वीं और 12वीं परीक्षा के नतीजे घोषित कर दिए हैं. 12वीं कक्षा के ये परिणाम इस बार पिछले 5 साल के सबसे खराब नतीजे रहे हैं. इस बार इंटरमीडिएट का रिजल्ट 72.43 प्रतिशत रहा है.
लखनऊ. यूपी बोर्ड ने 10वीं और 12वीं कक्षा के रिजल्ट घोषित कर दिए हैं. 12वीं में लड़कियों ने एक बार फिर लड़को को पछाड़ते हुए मैदान फतह किया है. जिसमें इस बार 78.81% लड़कियां पास हुई हैं. दूसरी तरफ 72.27% लड़के पास हुए हैं. 12वीं के रजनीश शुक्ला और आकाश मौर्य ने 93.65 प्रतिशत के साथ संयुक्त रुप से यूपी टॉप किया है. वहीं अगर ओवर ऑल रिजल्ट की बात जाए तो परीक्षाओं में सख्ती के चलते इस बार यूपी बोर्ड का रिजल्ट पिछले 5 सालों का सबसे खराब परिणाम रहा है.
पिछले परिणामों पर नजर डाली जाए तो यूपी बोर्ड का 12वीं कक्षा का रिजल्ट 2014 में 92.21 फीसदी, 2015 में 88.83, 2016 में 87.99 फीसदी, 2017 में 82.62 फीसदी रहा है, लेकिन 2018 में इंटरमीडिएट का रिजल्ट 72.43 प्रतिशत रहा है. इन परिणामों के कई मायने सामने निकल कर आ रहे हैं. इन परीक्षा परिणामों को लेकर सूबे की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने शुरू हो गये हैं. कहा जा रहा है कि पिछली परीक्षाओं में नकल के चलते ही बोर्ड का रिजल्ट अच्छा आता था लेकिन इस बार सख्ती की वजह से परीक्षा के नतीजे पिछले 5 सालों के सबसे खराब स्तर पर हैं.
एक अनुमान के मुताबिक सूबे की योगी सरकार द्वारा यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में नकल होने से रोकने के लिए की गई सख्ती की वजह से लगभग 11 लाख से ज्यादा छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी या परीक्षा में बैठे ही नहीं. वहीं रिजल्ट के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सफल हुए छात्रों को बधाई दी और साथ ही कहा कि, इस बार नकल पर सख्ती के बाद छात्रों का रिजल्ट शानदार रहा है. उन्होंने मेरिट में टॉप 10 आने वाले छात्रों को पुरस्कृत किये जाने की बात भी कही है.
पिछले 5 सालों का 12वीं क्लास का रिजल्ट
2014- 92.21 फीसदी
2015- 88.83 फीसदी
2016- 87.99 फीसदी
2017- 82.62 फीसदी
इस साल 72.43 फीसदी गया है रिजल्ट
UP Board 12th Result 2018: आज घोषित होंगे 12वीं के नतीजे, ऐसे जानें अपना रिजल्ट @upresults.nic.in