65 को दोहराने की तैयारी में खाली करा रहे हैं गांव- पूर्व आर्मी चीफ वी पी मलिक

कश्मीर की भौगोलिक परिस्थितियां उसके अनुकूल होने के कारण पाकिस्तान पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक का जवाब दे सकता है. अगर पाक ऐसा करता है तो पंजाब से मुफीद जगह कोई और नहीं हो सकती.

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65 को दोहराने की तैयारी में खाली करा रहे हैं गांव- पूर्व आर्मी चीफ वी पी मलिक

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  • October 2, 2016 6:43 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
अमृतसर. कश्मीर की भौगोलिक परिस्थितियां अनुकूल होने के कारण पाकिस्तान पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक का जवाब दे सकता है. अगर पाक ऐसा करता है तो पंजाब से मुफीद जगह कोई और नहीं हो सकती. शायद इसी इरादे से पंजाब के सरहदी इलाकों को खाली कराया जा रहा है.
 
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पंजाब के सरहदी इलाकों में भारत, पाकिस्तान को दो बार मुंह तोड़ जवाब दे चुका है. 1965 में भारत ने पाकिस्तान को पस्त किया था. पाक के किसी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए आर्मी की तैयारियों के तहत बॉर्डर से सटे गांवों को खाली कराने के पीछे के तर्क को हमारे पूर्व सैन्य अधिकारियों ने बताया. 
 
हमारी आर्मी 65 में भी लाहौर तक पहुंच गई थी
पूर्व आर्मी चीफ वीपी मलिक का कहना है कि पाकिस्तान कश्मीर में कुछ भी गड़बड़ करे तो हमारी आर्मी फिर लाहौर पहुंच सकती है. मलिक ने बताया कि पाकिस्तान के स्वभाव से हम सभी वाकिफ हैं. सर्जिकल स्ट्राइक से बौखलाकर अगर पाकिस्तान कश्मीर में कुछ भी गड़बड़ करता है तो हमारी आर्मी पंजाब से मोर्चा खोल सकती है.
 
पाकिस्तान का अहम शहर लाहौर पास ही है. 1965 में भी इंडियन आर्मी लाहौर तक पहुंच चुकी थी.  इलाके खाली कराने से लोगों को परेशानी जरूर हो रही है, लेकिन बड़े नुकसान को टालने के लिए ये जरूरी था.
 
वीपी मलिक आगे कहते हैं- पाकिस्तान शुरुआत से ही अविश्वासी रहा है. इसका पता नहीं कि कब क्या कर देगा? इसलिए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद खुश होकर चुप बैठ जाना बहुत बड़ी बेवकूफी होगी. पाकिस्तान जंग जैसी स्थिति पैदा करता है तो दुनिया के मंच पर डिप्लोमेटिक और इकोनॉमिक ग्राउंड पर घेरने के अलावा जमीन पर बुरी तरह से घेरना जरूरी है. 
 
1965 और 1971 की तरह घुटनों के बल लाने के लिए तैयारी जरूरी
वहीं रिटा. ले. जनरल पीएन हून ने कहा कि दुश्मन को 1965 और 1971 की तरह घुटनों के बल लाने के लिए ये तैयारी जरूरी है. संभव है कि सर्जिकल स्ट्राइक के साथ ही ये इलाका खाली कराने की प्लानिंग कर ली गई होगी. पंजाब के सरहदी गांवों के लोगों को पीछे करना जरूरी है.
 
1965 और 1971 की लड़ाई में भी हम ऐसा कर चुके हैं. पीएन हून ऑपरेशन मेघदूत के तहत सियाचिन में 7500 वर्गकिमी. इलाका पाक से छीनने वाली टुकड़ी का हिस्सा थे.हून बताते हैं कि अगर पाकिस्तान कुछ भी गड़बड़ करता है तो उसे घुटनों के बल लाने के लिए इंडियन आर्मी को बड़े ऑपरेशन के लिए पूरा स्पेस चाहिए होगा.
 
हालांकि इलाके के बारे में पूरी जानकारी रखने के लिए बॉर्डर के इलाकों में गांवों के पुराने चुनिंदा लोगों को साथ रखा जाता है. वैसे पाकिस्तानी फौज काउंटर अटैक की हिम्मत जुटाने की स्थिति में नहीं दिखती, लेकिन हमारी तैयारी तो होनी ही चाहिए.
 
जंग छेड़ा तो मूर्ख ही होगा पाकिस्तान
रिटा. ले. जनरल, बीकेएन छिब्बर का कहना है कि जंग छेड़ा तो मूर्ख ही होगा पाकिस्तान, वह जानता है कि लाहौर हमारे लिए ज्यादा दूर नहीं है. बॉर्डर एरिया के गांवों को खाली कराना और स्कूलों में छूटि्टयां करना सही है. हमें हर तरह के हालात से निपटने के लिए तैयार रहना होगा.
 
इंडियन आर्मी दुनिया की सबसे अच्छी आर्मी में से एक है. यही वजह है कि रूस व अमेरिका की आर्मी हमारे साथ वॉर प्रैक्टिस करने में दिलचस्पी दिखाती है. पाकिस्तान में घुसकर हमले ने यह साबित भी कर दिया है. अब तक ये माना जाता था कि ऐसे अटैक केवल अमेरिका ही कर सकता है, क्योंकि अब हम सर्जिकल स्ट्राइक कर चुके हैं, इसलिए पाकिस्तान भी कुछ न कुछ जरूर सोच रहा होगा.
 
बीकेएन छिब्बर कहते हैं कि- इससे पहले कि पाक कुछ करे, हमारी आर्मी की तैयारी पूरी होनी चाहिए. इसके लिए लोगों को पीछे हटाना जरूरी था.
 
दीनानगर (पंजाब) के गांव घेसल में दो संदिग्ध गुब्बारे मिले हैं. इन पर उर्दू में मैसेज लिखे हैं. इस बात की आशंका जताई जा रही है कि ये बॉर्डर पार से आए हैं. पीले रंग के गुब्बारों पर चिपके कागज के एक टुकड़े पर उर्दू में लिखा था. 
      

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