नाबालिग से रेप मामले में आसाराम पर आज जोधपुर कोर्ट अपना फैसला सुनाएगा. 2013 में आसाराम को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था. लेकिन इस पूरे कांड में आसाराम के अलावा 4 आरोपी और हैं. जिनमें से एक आरोपी जेल में तो 3 जमानत पर बाहर हैं.
नई दिल्ली. जोधपुर कोर्ट आज आसाराम केस में फैसला सुनाएगा. जिसके लिए जज मुधसूदन शर्मा कोर्ट पहुंच चुके हैं. आसाराम को 2013 में गिरफ्तार किया गया था. पीड़िता ने आरोप है कि 15 और 16 अगस्त 2013 के दरम्यां जोधपुर के एक फार्म हाउस में आसाराम ने इलाज के बहाने उसके साथ दुष्कर्म किया. लेकिन इस पूरे मामले में सिर्फ आसाराम नहीं बल्कि चार अन्य लोग भी शामिल हैं जिन पर केस चल रहा है.
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की रहने वाली पीड़िता ने आरोप लगाया था उसे दिल्ली और दिल्ली से जोधपुर लाने के लिए आसाराम के चार चेलों ने मुख्य भूमिका निभाई थी. इस षडयंत्र में हॉस्टल वार्डन, हॉस्टल संचालक, प्रमुख सेवादार और प्रकाश द्विवेदी (रसोइया) का नाम शामिल है. पीड़िता ने दिल्ली के कमलानगर थाने में 19 अगस्त 2013 को आसाराम समेत कुल पांच लोगों पर केस दर्ज करवाया. जिसमें से आसाराम और उनके सेवादार प्रकाश को छोड़कर बाकी सभी जमानत पर हैं.
चारों सह आरोपियों की भूमिका
1- शिल्पी उर्फ संचिता गुप्ता (हॉस्टल वार्डन)
पीड़िता का आरोप: पीड़िता ने आरोप लगाया है कि हॉस्टल वार्डन शिल्पी ने उसे डराया और इस षड्यंत्र में मुख्य भूमिका निभाई. शिल्पी उर्फ संचिता गुप्ता ने पीड़िता को भूत-प्रेत का भय दिखाया और उसे आसाराम के पास भेजा.
2- शरदचन्द्र उर्फ शरतचन्द्र (हॉस्टल संचालक)
पीड़िता का आरोप: जब बीमारी का पता चला तो ऐसा जाल बुना कि पीड़िता कहीं इलाज न करवाने जाए ऐसा करने के लिए मजबूर किया. आसाराम को ही एकमात्र उपचारकर्ता मानने पर मजबूर किया.
3- शिवा उर्फ सेवाराम ( प्रमुख सेवादार )
पीड़िता का आरोप: नाबालिग पीड़िता को उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुरा से दिल्ली और दिल्ली से जोधपुर ले जाने व आसाराम से मिलवाने के लिए शिवा ने व्यवस्था की.
4- रसोइया प्रकाश द्विवेदी
पीड़िता का आरोप: अन्य तीनों आरोपियों के साथ कॉर्डिनेड करने का काम प्रकाश द्विवेदी ने किया. परिजनों के साथ ऐसा व्यवहार किया जिससे वह पीड़िता को आश्रम में छोड़ने को तैयार हो जाएं.
नाबालिग रेप केस: आसाराम पर आज जोधपुर कोर्ट सुनाएगी फैसला, 3 राज्यों में हाई अलर्ट