गंगा में किसी भी तरह के मूर्ती विसर्जन पर रोक लगा दी गयी है. यह फैसला जिला प्रशासन ने पूजा कमेटियों के साथ चली लंबी बातचीत के बाद लिया है.
वाराणसी. गंगा में किसी भी तरह के मूर्ती विसर्जन पर रोक लगा दी गयी है. यह फैसला जिला प्रशासन ने पूजा कमेटियों के साथ चली लंबी बातचीत के बाद लिया है.
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जिसमें हाई कोर्ट के आदेश के अनुसार प्रशासन ने साफ़ कर दिया है कि पिछले साल की तरह इस बार भी पूजा पंडालों में स्थापित मां दुर्गा की मूर्ति का विसर्जन गंगा में नहीं होगा. इतना ही नहीं प्रशासन ने पूजा कमेटियों को पंडालों में रखे कलश को भी गंगा में विसर्जित करने की अनुमति नहीं दी है.
इस बारे में केन्द्रीय पूजा समिति के अध्यक्ष तिलकराज मिश्र ने जिला प्रशासन के सामने सुझाव रखा था कि मां दुर्गा के पंडालों में रखे गये कलश को गंगा को समर्पित किए जाने पर आपत्ति नहीं होनी चाहिए. लेकिन प्रशासन ने इस से साफ़ इनकार कर दिया.
ऐसे में पिछले साल की तरह पूजा समितियां इस साल भी मां दुर्गा की प्रतिमा को आयोजकों के द्वारा निर्धारित तालाबों और कुण्डों में ही विसर्जित करेंगे.