लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने संगठन के विरोध के बावजूद दलित मित्र का सम्मान देने वाले आंबेडकर महासभा के अध्यक्ष लालजी प्रसाद निर्मल को रिटर्न गिफ्ट मिल गया है. योगी सरकार ने लालजी प्रसाद निर्मल को यूपी अनुसूचित जाति वित्त निगम का अध्यक्ष बना दिया है. आंबेडकर महासभा द्वारा बाबा साहब की जयंती के अवसर पर 14 अप्रैल को दलित मित्र से सम्मानित किया गया था.
इस मुद्दे पर महासभा के कई लोग विरोध में थे. लेकिन महासभा के अध्यक्ष लालजी निर्मल अपने फैसले पर अड़े रहे. योगी के बाद लालजी निर्मल ने अगले साल पीएम नरेंद्र मोदी को दलित मित्र से सम्मानित करने का ऐलान किया है. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट द्वारा पिछले महीने एससी/एसटी एक्ट में किए गए संशोधन के चलते दलितों ने 2 अप्रैल को भारत बंद का ऐलान किया था. इस भारत बंद में यूपी, एमपी सहित कई कई राज्यों में हिंसा हुई थी.
भारत बंद के बाद दलितों पर प्रशासन द्वारा कठोर कार्रवाई की गई. हजारों दलित युवाओं को जेलों में बंद किया गया. यह बात यूपी के बीजेपी सांसदों ने ही उठाई थी. यूपी के चार दलित सांसदों ने इस बारे में प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी थी. इस चिट्ठी में उन्होंने लिखा था कि यूपी सरकार दलित युवाओं पर अत्याचार कर रही है. इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए थे. नगीना के एमपी यशवंत सिंह ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिख कर कहा था कि आपकी चार साल की सरकार के कार्यकाल में कोई काम नहीं हुआ. वहीं रॉबर्ट्सगंज के सांसद छोटेलाल खरवार ने कहा था कि सीएम योगी उनकी सुनते नहीं हैं.
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