न्यूजीलैंड में एक लालची महिला ने चंद रुपयों की चाहत में अपनी नाबालिग बेटी को जिस्मफरोशी के दलदल में धकेल दिया. अदालत ने महिला को दोषी पाते हुए 6 साल 11 महीने जेल की सजा सुनाई है. पीड़िता ने बताया कि बतौर सेक्स स्लेव अब तक उसे करीब 1 हजार बार बेचा गया. हर रोज उसके साथ 5 लोग शारीरिक संबंध बनाते थे.
वेलिंगटनः न्यूजीलैंड में एक कलयुगी मां की करतूत का जब खुलासा हुआ तो जिसने भी वो खबर सुनी वह हक्का-बक्का रह गया. दरअसल कोर्ट में दोषी करार दी जा चुकी आरोपी महिला ने अपनी नाबालिग बच्ची को पिछले दो साल में करीब 1 हजार बार बेचा था. बेटी से जिस्मफरोशी कराने वाली महिला ने इससे करीब एक लाख डॉलर कमाए. एक दिन में करीब 5 बार मासूम के जिस्म के ग्राहक उसके साथ शारीरिक संबंध बनाते थे.
कलयुगी मां का नाम कश्मीर लता (36) है. ऑकलैंड हाई कोर्ट ने कश्मीर लता को 6 साल 11 महीने जेल की सजा सुनाई है. अदालत में लता के साथी अवनीश सहगल को भी ह्यूमन ट्रैफिकिंग और नाबालिग से जिस्मफरोशी कराने के मामले में दोषी पाया. अवनीश को अगले माह सजा सुनाई जाएगी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मासूम नाबालिग नवंबर 2016 में घर से भागकर पुलिस के पास पहुंची और आपबीती बताई. पुलिसवाले पीड़िता की कहानी सुनकर दंग रह गए. पीड़िता ने पुलिस को बताया कि जब वह 14 साल की थी तो उसकी मां ने उसे घर चलाने के लिए जिस्म बेचने को कहा. उस समय उसने ऐसा करने से इनकार कर दिया.
जिसके बाद उसके 15वें जन्मदिन पर पहली बार उसकी मां ने उसके जिस्म का सौदा कर दिया. इसके बाद उसे घर में कैद कर दिया गया. हर रोज उसके साथ करीब 5 लोग सेक्स करते थे. डिमांड के अनुसार उसे होटलों में भी ले जाया जाता था. उसकी मां ने उसके जिस्म को बेचकर करीब 1 लाख डॉलर कमाए. कोर्ट में पेश किए गए दस्तावेजों के अनुसार, उसके साथ यह सब शुरू होने से एक साल पहले ही उसका परिवार फिजी से न्यूजीलैंड आकर बस गया था. उनका वीजा खत्म हो चुका था और वह लोग अवैध तरीके से यहां रह रहे थे. लता न्यूजपेपर में एड के जरिए बेटी के जिस्म का सौदा करती थी. वह बेटी की उम्र नहीं बताती थी. 2015 में पीड़िता एक बार प्रेग्नेंट भी हुई. लता ने उसका अबॉर्शन करा दिया. अदालत ने बरामद दस्तावेजों के जरिए पाया कि लता खुद देह व्यापार में लिप्त थी.
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