नई दिल्ली. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की जांच टीम ने उत्तर प्रदेश में कैराना से लगभग 250 हिन्दू परिवारों के पलायन के बीजेपी सांसद हुकुम सिंह के शुरुआती दावों से सहमति जताई है. आयोग ने माना कि कैराना के कई परिवारों ने ‘अपराध में बढ़ोतरी’ और वहां कानून एवं व्यवस्था की ‘गिरती’ स्थिति के डर से ‘पलायन’ किया.
आयोग ने तथ्यों के आधार पर राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस भेजकर टीम की टिप्पणियों और सिफारिशों पर आठ हफ्ते के भीतर कार्रवाई रिपोर्ट पेश करने का भी आदेश दिया है. एनएचआरसी ने एक बयान में कहा, टीम ने कैराना के सांसद से 346 विस्थापित परिवारों या व्यक्तियों की एक सूची भी हासिल की. उस सूची में तीन आवासीय जगहों का चुनाव हुआ और छह कथित पीड़ितों या विस्थापित परिवारों या व्यक्तियों को सत्यापन के लिए चुना गया.
2013 में मुजफ्फरनगर दंगों के बाद कैराना में 25-30 हजार मुस्लिमों को बसाया गया था. रिपोर्ट में इसको भी हिंदूओं के पलायन की बड़ी वजह बताया है. इसी साल जून में बीजेपी सांसद हुकुम सिंह ने ऐसे 346 लोगों की सूची जारी कर दावा किया था इन्होंने ‘एक समुदाय विशेष’ के उगाही करने और सुरक्षा खतरों की वजह से कैराना छोड़ा था.